गांव के पांच तालाबों का बदलेगा स्वरूप, जिला पंचायत ने शुरू किया काम

जबलपुर। ग्रामीण क्षेत्रों में जल की पर्याप्तता देने और तालाबों का संरक्षण करने की पहले जिला पंचायत ने की है। जिले की सीमा में तालाबों का सर्वे करने के बाद पांच तालाबों को चयन किया गया है, जिनका जल्द ही स्वरूप बदलेगा। दरआल जिला पंचायत जबलपुर ने जिले के ग्रामीण क्षेत्र के पांच बड़े तालाबों के पुनरुत्थान की दिशा में काम करना प्रारंभ किया है। तालाबों के पुनरुत्थान की कार्ययोजना बेंगलुरु के एक गैर सरकारी संगठन के सहयोग से तैयार की जाएगी। इस संगठन के विशेषज्ञों का मई माह के प्रथम सप्ताह में चयनित तालाबों का भ्रमण करना संभावित है।

पुनर्जीवित करने की पहल के तहत तीन तालाबों का निरीक्षण किया

जिला पंचायत की सीईओ जयति सिंह ने आज सोमवार को तालाबों का पुनरूत्थान कर इन्हें पुनर्जीवित करने की पहल के तहत तीन तालाबों का निरीक्षण किया। ये तालाब जनपद पंचायत जबलपुर की ग्राम पंचायत परासिया के ग्राम झिरी, ग्राम पंचायत मुकुनवारा के नयागांव एवं पिपरिया मेडिकल के हैं। तालाबों के पुनरुत्थान की नवाचारी पहल जिला पंचायत सीईओ ने ही की है। तालाबों को पुनर्जीवित करने की योजना के तहत चयनित तालाबों से सिल्ट निकाली जाएगी, इनके कैचमेंट एरिया के अवरोधों को दूर किया जायेगा तथा नाले-नालियों के गंदे पानी को मिलने से रोकने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जाएंगे।

तालाबों का अंतिम रूप से चयन विशेषज्ञों की टीम ही करेगी

जिन तीन तालाबों का निरीक्षण किया उनमें काफी कम पानी बचा है। करीब सात से सत्रह एकड़ क्षेत्र में फैले ये तालाब सिल्ट से भरे हुए हैं। कैचमेंट एरिया से बर्षा जल आना भी अवरुद्ध हो गया है। इन तालाबों का फिलहाल प्रारंभिक तौर पर पुरुत्थान के लिए चयन किया गया है। तालाबों का अंतिम रूप से चयन बेंगलुरु से आने वाली विशेषज्ञों की टीम ही करेगी तथा डीपीआर भी तैयार करेगी।

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