काम्प्लेक्स में लगी आग, कर्मचारियों को खिड़की से निकाला बाहर

मंदसौर। नयापुरा मार्ग महाराणा प्रताप बस स्टैंड के समीप स्थित विमल पामेचा काम्प्लेक्स में रविवार दोपहर को आग लग गई। पावर यूनिट में अचानक लगी आग के बाद धुएं का गुबार काम्प्लेक्स की पांच मंजिल बिल्डिंग में फैल गया। काम्प्लेक्स की तीसरी मंजिल पर स्थित एफडीबी फाइनेंस सर्विस के कार्यालय में कर्मचारी काम कर रहे थे।

आग लगते ही अफरा-तफरी मच गई। धुएं का गुबार बिल्डिंग में इस तरह फैल गया था कि सभी कर्मचारी वहीं फंस गए। धुएं को बाहर निकालने के लिए कार्यालय के बड़ा कांच भी तोड़ा गया। इस दौरान नागरिकों ने पुलिस के साथ मिलकर बिल्डिंग में फंसे कर्मचारियों को खिड़की के रास्ते से सीढ़ी की सहायता से निकाला। करीब 45 मिनट तक यहां अफरा-तफरी मची रही। गनीमत यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई है।

रविवार दोपहर करीब 3.30 बजे आग लगने का हादसा हुआ। बिल्डिंग में पहली मंजिल पर पीछे स्थित पावर यूनिट में अचानक आग लग गई। शार्ट-सर्किट से आग लगना बताया जा रहा है। आग लगते ही विद्युत केबल एवं एयरकंडीशन सहित अन्य उपकरण धूं-धूं कर जल उठे, जिससे काले धुएं का गुबार काम्प्लेक्स की पांच मंजिला बिल्डिंग में फैल गया। तेजी से फैले धुएं के कारण बिल्डिंग में एक फीट दूर भी कुछ नजर नहीं आ रहा था।
एफडीबी फाइनेंस सर्विस कार्यालय में काम कर रहे करीब 20-25 कर्मचारी नीचे उतरने के लिये कार्यालय से बाहर निकले, लेकिन धुएं के कारण वे निकल नहीं पाए। घबराहट होने लगी तो कार्यालय का एक बड़ा कांच तोड़ा गया, जैसे ही कांच टूटा धुएं का गुबार बाहर की तरफ निकलता रहा।
इसी दौरान पुलिस व प्रशासन की टीम भी पहुंच गई थी। मौजूद लोगों की मदद से कार्यालय में फंसे कर्मचारियों को बाहर निकाला गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड से पानी की बौछार कर आग पर काबू पाया गया। आग के विकराल रूप लेने का खतरा भी मंडरा रहा था। दोपहर 3.30 बजे लगी आग को शाम 4.15 बजे काबू कर लिया गया था।
बस के ऊपर सीढ़ी रखकर एक-एक कर्मचारी को सुरक्षित निकाला
धुएं का गुबार दूर-दूर तक नजर आया। इस दौरान वहां लोगों की भीड़ लग गई। काम्प्लेक्स में कार्यालय में फंसे कर्मचारियों को सुरक्षित निकालने के लिए लोगों ने सहयोग किया। समीप ही स्थित बस स्टैंड से एक निजी बस यहां काम्प्लेक्स के सामने मार्ग पर खड़ी की गई और बस की छत पर चढ़े लोगों ने बिल्डिंग की खिड़की तक सीढ़ी लगाई और फिर खिड़की के रास्ते से एक-एक कर्मचारी को सुरक्षित निकाला गया। धुएं के गुबार के बीच से लोगों की मदद से खिड़की के रास्ते बाहर निकले कर्मचारियों ने बाहर निकलते ही राहत की सांस ली।
रविवार होने से कम थे कर्मचारी
आग की यह घटना किसी अन्य वर्किंग दिन में होती तो परेशानी बढ़ सकती थी। पांच मंजिला काम्प्लेक्स में एसबीआइ लाइफ, एफडीबी फाइनेंस सर्विस, आइडीएफसी फर्स्ट बैंक, चाइस के कार्यालय है। पहली मंजिल पर आइसीआइसीआई बैंक है। इन सभी ब्रांचों में 100 से अधिक कर्मचारी-अधिकारी कार्यरत है। रविवार को एफडीबी फाइनेंस सर्विस का कार्यालय ही खुला था। बाकी सभी ब्रांचें बंद थीं। गनीमत रही कि आग बिल्डिंग में नहीं फैली, अन्यथा अधिक नुकसान हो सकता था। बैंक व फाइनेंस कार्यालयों में नगदी, ग्राहकों के ओरिजनल दस्तावेज सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज भी रखे होते हैं।
इनका कहना है
आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस टीम पहुंच गई थी। फायर ब्रिगेड से कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया। आग से कोई जनहानि नहीं हुई है। तीसरी मंजिल पर काम कर रहे कर्मचारियों को नागरिकों की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया।
पुष्पेन्द्रसिंह राठौर, थाना प्रभारी, शहर कोतवाली
शार्ट सर्किट से आग लगने की सूचना पर पहुंचे थे। मौके पर फायर ब्रिगेड बुलाकर आग पर काबू पाया गया। कोई जनहानि नहीं हुई है, सभी सुरक्षित हैं।

सोनिकासिंह, तहसीलदार मंदसौर

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