20 साल में सबसे ज्यादा सर्च किया गया Inheritance Tax, सैम पित्रोदा भी 5 साल में रहे टॉप पर

विरासत टैक्स पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. चुनावी मौसम में इस पर लंबी बहस छिड़ी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस के घोषणापत्र पर लगातार हमलावर हैं. इस बीच इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बयान आने के बाद विरासत टैक्स और भी सुर्खियों में आ गया. यही वजह है कि Google में इन दो शब्दों के सर्च ने भारत में एक नया रिकार्ड बना लिया है. Google सर्च रिपोर्ट के मुताबिक Inheritance Tax यानी विरासत कर पिछले 20 साल के दौरान सबसे ज्यादा सर्च किया गया शब्द है. इसी तरह Sam Pitroda भी पिछले 5 साल में भारत में सबसे ज्यादा सर्च किया गया है. 2004 के बाद किसी शब्द को Google में सबसे ज्यादा बार खोजा गया है.

भारत में संपत्ति के बंटवारे और संसाधन पर हक को लेकर छिड़े सियासी विवाद के बीच सैम पित्रोदा ने अमेरिका में विरासत कर को लेकर जानकारी शेयर की थी. इस पर विवाद शुरू हो गया था. इसके बाद ही गूगल में विरासत कर और सैम पित्रोदा को खोजा जाने लगा. सैम पित्रोदा ने लिखा था- अमेरिका में किसी व्यक्ति के निधन के बाद उसके संपत्ति का 45 फीसदी हिस्सा उसकी अगली पीढ़ी को मिल पाता है जबकि 55 फीसदी हिस्सा सरकार अपने पास रख लेती है. इसके बाद उन्होंने लिखा था- ये बहुत ही दिलचस्प है. भारत में ऐसा नहीं है.

सैम पित्रोदा का बयान आने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस और कांग्रेस के घोषणापत्र पर हमला बोलना शुरू कर दिया था. बीजेपी ने कहा कि सैम पित्रोदा की राय ने कांग्रेस के इरादे की पोल खोलकर रख दी है. हालांकि कांग्रेस ने इससे तुरंत किनारा किया और कहा कि ये उनकी निजी राय हो सकती है, पार्टी की नहीं. विवाद बढ़ने के बाद सैम पित्रोदा ने भी प्रतिक्रिया जाहिर की. उन्होंने लिखा कि हमारे कहने का जो आशय था, उसके उलट बहस की गई है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.

प्रधानमंत्री मोदी ने राजीव गांधी को ठहराया जिम्मेदार

उधर गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए फिर से विरासत कानून को लेकर कांग्रेस को घेरा. उन्होंने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में विरासत कानून को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही समाप्त कर दिया था. उन्होंने आरोप लगाया कि राजीव गांधी ने इस कानून को इसलिए खत्म किया ताकि उनके परिवार को उसकी विरासत से वंचित ना होना पड़े.

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