गुजरात की अहमदाबाद पुलिस ने एक फर्जी सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार किया है. वो खुद को भारत सरकार के गृह विभाग का अधिकारी बताता था. जब पुलिस लोकसभा चुनाव के लिए गाड़ियों की चेकिंग कर रही थी तो आरोपी सौरिश बोस अपनी दिल्ली पासिंग क्रेटा कार लेकर निकल गया. पुलिस को शक हुआ तो उन्होंने उसका पीछा किया. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पाया गया कि उसकी कार में भारत सरकार का स्टीकर लगा है. साथ ही लाल-नीली बत्तियां और हूटर भी लगा था.
पुलिस ने आरोपी को विजय चार रोड के पास गाड़ी रोकने को कहा था. लेकिन सौरिश वहां से गाड़ी भगाकर आगे निकल गया. पुलिस भी उसके पीछे गई. आगे जाकर उसे अरेस्ट कर लिया गया. आरोपी से पूछताछ की गई तो पुलिस के भी होश उड़ गए. पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी सौरिन पश्चिम बंगाल के कोलकाता का रहने वाला है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. वह पुणे में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में काम करता है.
सरकारी गाड़ी में घूमने का शौक
सौरिश को सरकारी अधिकारी की तरह लाल बत्ती वाली गाड़ी में घूमने का बहुत शौक है. इसलिए वो फर्जी अधिकारी बनकर घूम रहा था. इससे पहले भी वह पश्चिम बंगाल में इसी तरह लाल बत्ती लगी कार में फर्जी अधिकारी बनकर घूमता हुआ पकड़ा गया था. तब भी उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. अहमदाबाद पुलिस की मानें तो दो दिन पहले यह आरोपी सरकारी अधिकारी बनकर उदयपुर भी गया था. गौरतलब है कि आरोपी फर्जी अफसर होने के साथ-साथ आईपीएस और आईएएस अफसरों के साथ फोटो खिंचवाने का भी बेहद शौकीन है. गुजरात यूनिवर्सिटी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसकी कार जब्त कर ली है.
रिटायर्ड सैन्य अधिकारी की बेटी से शादी
आरोपी सौरिश बोस फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर पहले भी विवादों में आ चुका है. उसने एक रिटायर्ड सैन्य अधिकारी की बेटी से शादी की थी. कहा था कि वो सरकारी अधिकारी है. बाद में दोनों के बीच मतभेद होने लगे तो सौरिश ने अपनी पत्नी के खिलाफ कार चोरी का मामला दर्ज करवा दिया. लेकिन जांच में पता चला कि आरोपी ने यह कार अपनी पत्नी को तोहफे में दी थी. फिलहाल, गुजरात यूनिवर्सिटी पुलिस ने आगे की पूछताछ शुरू कर दी है. पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि रेड लाइट और हूटर उसने कहां से लगाए गए थे और क्या आरोपी ने फर्जी अधिकारी बनकर किसी के साथ धोखाधड़ी की है?
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