देश की मौजूदा सरकार टैक्स कलेक्शन बढ़ाने को लेकर लगातार कोशिश करती रही है. अब चुनाव के बीच एक बढ़िया खबर आई है कि सरकार का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 2023-24 में 17.7 प्रतिशत बढ़ गया है. इसकी बदौलत सरकार के खजाने में भरपूर पैसा पहुंचा है.
देश में वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 19.58 लाख करोड़ रुपए रहा है. जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में सरकार का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 16.64 लाख करोड़ रुपए था. इसमें आम लोगों से वसूला जाने वाला इनकम टैक्स और कॉरपोरेट कंपनियों से वसूला जाने वाला कॉरपोरेट टैक्स शामिल है.
सरकार ने रविवार को टैक्स कलेक्शन का अपडेटेड डेटा रिलीज किया है. सरकार ने बजट में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य 18.23 लाख करोड़ रुपए तय किया था. बाद में इसे संशोधित करके 19.45 लाख करोड़ रुपए कर दिया था. ऐसे में सरकार का नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन उसके अनुमान से भी अधिक है. नेट टैक्स कलेक्शन में सरकार के पास आए कुल टैक्स में से टैक्सपेयर्स को रिफंड की गई रकम घटा दी जाती है.
आम आदमी की जेब से निकले इतने पैसे?
अगर डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन को कॉरपोरेट टैक्स और इंडिविजुअल इनकम टैक्स कलेक्शन की कैटेगरी में बांट कर देखा जाए, तो लोगों से वसूले लाने वाले इनकम टैक्स का ग्रॉस कलेक्शन 12.01 लाख करोड़ रुपए रहा है. ये 2022-23 के 9.67 लाख करोड़ रुपए से 24.26 प्रतिशत अधिक है.
वहीं नेट पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन 10.44 लाख करोड़ रुपए रहा है. ये 2022-23 के 8.33 लाख करोड़ रुपए के टैक्स कलेक्शन से 25.23 प्रतिशत अधिक है.
कॉरपोरेट से आया कितना टैक्स?
कॉरपोरेट टैक्स का ग्रॉस कलेक्शन 11.32 लाख करोड़ रुपए रहा है. ये 2022-23 के 10 लाख करोड़ रुपए के कलेक्शन से 13.06 प्रतिशत अधिक है. वहीं नेट कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन 9.11 लाख करोड़ रुपए रहा है. ये 2022-23 के 8.26 लाख करोड़ रुपए से 10.26 प्रतिशत अधिक है.
वित्त वर्ष 2023-24 में आयकर विभाग की ओर से कुल 3.79 लाख करोड़ रुपए के रिफंड जारी किए गए है. ये वित्त वर्ष 2022-23 में जारी किए गए 3.09 लाख करोड़ रुपए के रिफंड से 22.74 प्रतिशत अधिक है.
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