प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान दौरे पर हैं. पीएम ने पहले जालौर में रैली की उसके बाद बांसवाड़ा पहुंचे थे. जहां, विजय शंखनाद रैली को संबोधित किया और परिवारवाद को लेकर कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला. पीएम ने कहा कि विपक्षी पार्टियां अपने बच्चों को फिट करने में लगी हैं, जबकि मोदी आपकी संतानों के भविष्य के लिए खप रहा है और दिन रात मेहनत कर रहा है.
पीएम ने आगे कहा कि बीजेपी गरीब कल्याण के लिए समर्पित है. बीजेपी ईमानदारी से काम करती है, लेकिन कांग्रेस की दुकान में भ्रष्टाचार ही बिकता है. कांग्रेस ने हमेशा दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को डराया है और आज भी भांति-शांति के डर और झूठ फैला रहे हैं, लेकिन अब इनका झूठ चल नहीं रहा है.
बीजेपी की चुनावी घोषणाओं का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि देश के 70 साल के ऊपर की आयु के बुजुर्गों के इलाज का खर्च अब ये मोदी उठाएगा. ये मोदी की गारंटी है. बुजुर्गों के इलाज का 5 लाख रुपए तक का खर्च दिल्ली में बैठा उनका ये बेटा उठाएगा. एक ऐसी सरकार जो देश में भविष्य के हिसाब से इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर सके. हमारा 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड है. ये काम सिर्फ बीजेपी ही कर सकती है. ये मोदी है जिसको आप जानते हैं. मैं तो आपके लिए एक प्रकार से घर का ही हूं.
बीजेपी पूरे समर्पण भाव से काम कर रही है: PM
पीएम ने कहा कि आपके सपनों को पूरा करने के लिए ये मोदी आप लोगों से आशीर्वाद मांगने के लिए आया है. भाइयों और बहनों बीजेपी सबका साथ, सबका विकास, सुशासन का एक उम्दा मंत्र लेकर समर्पण भाव से काम कर रही है. बांसवाड़ा और डूंगरपुर के जिन 3 लाख परिवारों को पक्के घर मिले हैं. उसमें बड़ी संख्या में हमारे आदिवासी परिवार हैं. 10 साल में दो जिले में 3 लाख पक्के घर, ये काम छोटा है क्या? गरीबों की चिंता की है कि नहीं की है.
पीएम बोले- जहां आदिवासी ज्यादा वहां से कांग्रेस गायब
देश में संविधान और आरक्षण को लेकर तरह-तरह के झूठ फैला रहे हैं. लेकिन कांग्रेस को पता नहीं है कि भारत अब डर से बाहर निकल चुका है. आज देशभर में जिन-जिन राज्यों में आदिवासी की आबादी ज्यादा है वहां कांग्रेस या तो सत्ता से बाहर या फिर तीसरे और चौथे नंबर पर है. ये आदिवासी समाज का आक्रोश है. इस आक्रोश के ठोस कारण हैं. जब पंजाब से पार्लियामेंट तक जब तक कांग्रेस की सरकार थी क्या उस समय आदिवासी समाज था की नहीं था. प्रभु रामचंद्र जी के जमाने में आदिवासी समाज था कि नहीं था, लेकिन तब इनको अलग मंत्रालय बनाने की जरूरत नहीं पड़ी.
‘आज देश में आदिवासियों की असली भागीदारी है’
उन्होंने कहा, 60 साल में इन्हें एक भी आदिवासी नेता ऐसा नहीं मिला जिसे ये राष्ट्रपति बना सके. आज देश की राष्ट्रपति आदिवासी समाज की एक बेटी है. यह असली भागीदारी है. ये बाबा साहेब के संविधान की स्प्रिट है. पूरी दुनिया ने इस बात की सराहना की लेकिन कांग्रेस ने इनका विरोध किया. अब तो बीजेपी ने ऐलान किया है कि अगले साल भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को हिंदुस्तान के कोने-कोने में मनाया जाएगा. कांग्रेस की जैसी पार्टियों को आपकी परवाह नहीं है. ये पार्टियां सिर्फ अपने संतानों के लिए काम करती है.
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