महाराष्ट्र के मुंबई में बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर फायरिंग करने वाले दोनों शूटर्स फिलहाल 25 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर हैं. पुलिस ने उन्हें फिल्मी स्टाइल में मंदिर से गिरफ्तार किया है. दोनों ही आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद गुजरात के भुज पहुंच गए थे. यहां वे लोग मढ़ मंदिर में आराम फरमा रहे थे. पुलिस को जैसे ही इस बात का पता चला तो उन्होंने पुजारी का भेष धारण किया. फिर मंदिर पहुंचकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों को गिरफ्तार करने में उन्हीं की बाइक से मदद मिली.
दरअसल, पुलिस ने जब आरोपियों की बाइक नंबर MH46 R 4799 बरामद की तो उसके मालिक का पता लगाया. पता चला की बाइक तो पनवेल के शो रूम से सेकंड हैंड खरीदी गई थी. बाइक मालिक ने फिर उसे 24 हजार रुपये में विक्की और सागर को बेच दिया था. बाइक खरीदने के लिए दोनों ने अपने असली डॉक्यूमेंट्स जैसे आधार कार्ड आदि दिए थे. इसमें रेंट एग्रीमेंट भी था.
पुलिस उस रेंट एग्रीमेंट के जरिए शूटर्स के किराए वाले मकान में पहुंची. यहां मकान मालिक से दोनों का मोबाइल नंबर लिया. उसे ट्रेस किया गया तो पता चला कि दोनों गुजरात के भुज में हैं. फिर पुलिस भुज पहुंची. यहां दोनों आरोपी मढ़ मंदिर में आराम से सो रहे थे. पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए पुजारी का भेष बनाया. फिर मंदिर पहुंचकर दोनों को अरेस्ट कर लिया.
वहीं, इस मामले में शूटर्स से पूछताछ के बाद लॉरेंस बिश्नोई से भी पूछताछ की जा सकती है. पुलिस को शक है कि जेल में बंद लॉरेंस को इस हमले की पूरी जानकारी थी. अनमोल बिश्नोोई भले ही इस फायरिंग का मास्टर माइंड है. लेकिन माना जा रहा है कि लॉरेंस ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. ये बात भी सामने आई है कि शूटर्स को सिर्फ दो राउंड फायरिंग का आदेश था. लेकिन उन्होंने जानबूझकर पांच राउंड फायरिंग की ताकि उनका आका खुश हो जाए.
इस मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. बताया जा रहा है कि दोनों में से एक शूटर पहले से ही लॉरेंस गैंग से जुड़ा था. जबकि, दूसरे आरोपी ने बाद में इस गैंग को ज्वाइन किया. दोनों ने फायरिंग से पहले 1 लाख रुपये एडवांस लिए थे. उन्हीं रुपयों से उन्होंने किराए का मकान और बाइक ली. और अपना खर्च भी चलाया. दोनों एक अन्य नंबर से भी लगातार संपर्क में थे. पता लगाया जा रहा है कि वो नंबर किसका है.
एक लाख रुपये मिले एडवांस में
बता दें, एक्टर सलमान खान के घर पर 14 अप्रैल को गोलीबारी की गई थी. वारदात को अंजाम देने से पहले हमलावरों ने सलमान के घर के आसपास 3 बार रेकी की थी. दोनों आरोपी बिहार के चंपारण के रहने वाले हैं. मुंबई पुलिस के मुताबिक, हमलावरों को 29 फरवरी से 1 मार्च के बीच सलमान खान के घर से महज एक किलोमीटर दूर होटल ताज लैंड्स एंड के पास देखा गया था. हमले को अंजाम देने से पहले हमलावरों को एक लाख रुपए बतौर एडवांस मिले थे. इसी से दोनों ने किराए का घर भी लिया. बाइक खरीदी और अपने रोजाना का खर्च भी चलाया. दोनों ने पनवेल में स्थित सलमान खान के फार्म हाउस से करीब 13 किलोमीटर दूर एक घर किराए पर लिया था. यहां से ही दोनों फार्म हाउस की रेकी किया करते थे. काम को अंजाम तक पहुंचाने के बाद दोनों को बाकी का पैसा देने का वादा किया गया था. इसिलए उन्होंने 28 फरवरी को चंपारण से मुंबई सेंट्रल की यात्रा की.
18 मार्च को गए चंपारण, फिर लौटे
पनवेल में कुछ दिनों तक रहने के बाद दोनों होली पर 18 मार्च को चंपारण चले गए. हालांकि, 1 अप्रैल को दोनों लौट आए. इसके बाद 14 अप्रैल की सुबह 5 बजे मोटरसाइकिल पर सवार होकर दोनों ने ब्रांद्रा में सलमान खान के घर (गैलेक्सी अपार्टमेंट) पर 5 राउंड फायरिंग की. 4 गोलियां दीवार पर लगीं, जबकि एक गोली उनके घर की उस गैलरी में जा लगी, जहां सलमान अक्सर खड़े होकर अपने फैंस का अभिवादन करते हैं.
विक्की चला रहा था बाइक, सागर ने की फायरिंग
गोली बाइक पर पीछे बैठे हमलावर सागर पाल ने चलाई थी. जबकि, विक्की गुप्ता बाइक चला रहा था. बाइक चलाते समय विक्की लॉरेंस गैंग के संपर्क में भी बना हुआ था. हमलावर विक्की और सागर को मुंबई पुलिस की एक टीम फ्लाइट से मुंबई लाई. फिर दोनों को कोर्ट में पेश करके 25 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. फिलहाल, मामले में जांच जारी है.
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