मिशनरी स्कूल मर्जी से तय करते हैं सिलेबस, कक्षा एक-किताबें अनेक, संगम बुक डिपो, न्यू राधिका बुक पैलेस पर कार्रवाई

 जबलपुर। जबलपुर समेत महाकौशल में फैले मिशनरी स्कूल में कापी-किताबों के कमीशन का करोड़ों के खेल चल रहा है। फिर बात सेंट अलायसिंस स्कूल की हो या फिर क्राइस चर्च की। इन स्कूलों में किताबें लगाने से लेकर बदलने में स्कूल संचालक अपनी मर्जी से तय करते हैं। न तो अभिभावकों से सहमति लेने की जरूरत समझी जाती है और न ही शिक्षा विभाग इसमें कोई रुचि दिखाता है। दरअसल यह बात जिला प्रशासन के पास पहुंची अभिभावकों की शिकायतों में सामने आई हैं। इस संबंध में अभिभावकों ने बताया कि शहर में एक ही स्कूल की जितनी शाखा है, उनमें अलग-अलग किताबों को जोड़ा गया हैं, जिनकी कीमत हजारों में हैं।

एसडीएम ने अपने-अपने क्षेत्र में कार्रवाई जारी रखी है

कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर गोरखपुर स्थित संगम बुक डिपो पर एडीएम गोरखपुर के नेतृत्व में जांच की कार्रवाई जारी है। शहर के चारों और पाटन एसडीएम को कलेक्टर ने बुक सेलर्स की जांच के निर्देश दिए हैं। सभी एसडीएम ने अपने-अपने क्षेत्र में कार्रवाई जारी रखी है।एसडीएम आधारताल शिवाली सिंह के नेतृत्व में उखरी तिराहे स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस पर व एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह ठाकुर के नेतृत्व में गोलबाजार स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस पर कार्रवाई जारी है।

मिशनरी स्कूल में कापी-किताबों के कमीशन का करोड़ों के खेल

मिशनरी स्कूल की हर शाखाओं में एक ही कक्षा में अलग-अलग प्रकाशक की किताबों को जोड़ा गया है, ताकि जिन बुक डिपो, प्रकाशक की बुक लगाई गई हैं, उनसे करोड़ों का कमीशन वसूला जा सके। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कापी-किताबों में कमीशन का खेल पिछले कई सालों से चल रहा है, लेकिन इस पर न तो शिक्षा विभाग हरकत में आया और न ही प्रशासन। पहली बार जिला प्रशासन ने 65 स्कूलों पर कार्रवाई की तो एक के बाद एक कर कमीशन के खेल सामने आ गया है।

एक ही कक्षा में अलग-अलग प्रकाशक की किताबों को जोड़ा

सेंट अलायसिंस स्कूल सदर हो या फिर गौर, पालीपाथर, रिमझा या फिर पनागर, हर स्कूल की एक ही कक्षा में अलग-अलग प्रकाशक की किताबों को जोड़ा गया है। यह हाल सिर्फ जबलपुर के पांच स्कूलों का नहीं बल्कि महाकौशल में फैले सेंट अलायसिंस के 20 से ज्यादा स्कूलों का है। यही हाल क्राइस चर्च स्कूल जबलपुर, कटनी और सिवनी के गल्स और बॉयज स्कूलों का है।

ऐसे होता है खेल

सेंट अलायसिस सदर और गौर में एक ही कक्षा में एक ही प्रकाशक की किताब हैं तो वहीं सेंट अलायसिस पोलीपाथर में सदर और गौर की बजाए अपनी पसंदीदा प्रकाशक की बुक लगी हैं तो वहीं सेंट अलायसिस रिमझा और पनागर में भी अलग किताबें लगी हैं। जैसे-जैसे किताब और प्रकाशक बढ़ते हैं कमीशन का ग्राफ बढ़ता है। ऐसा ही हाल क्राइस चर्च, लिटिल किंगडम में भी यही हाल है।

अभिभावक के साथ शिक्षकों का भी शोषण

जिला प्रशासन के मुताबिक निजी स्कूलों द्वारा विशेष दुकानों से कापी-किताब क्रय करने के लिए दबाव डालने के मामले में कार्रवाई के साथ निजी बुक डिपो पर भी कार्रवाई का शिकंजा कस गया है। कलेक्टर तक पहुंची अभिभावकों की शिकायत के बाद प्रशासन और जीएसटी विभाग के दल ने बुक डिपों पर पिछले दिनों छापेमारी की गई थी। इधर जांच में यह भी सामने आया है कि यहां पर काम कर रहे शिक्षकों के साथ भी स्कूल प्रबंधक शोषण कर रहा है। कुछ स्कूलों को छोड़ दिया जाए तो कईयों को वेतन भी 10 हजार से कम दिया गया है, जबकि शासकीय स्कूलों में शिक्षकों को सातवां वेतनमान दिया जा रहा है। शासन के आदेश के बाद भी इन्हें सातवां वेतनमान तो दूर डीए तक नहीं मिल रहा। अब प्रशासन के पास अभिभावकों के साथ शिक्षकों की भी गोपनीय शिकायत सामने आइ है।

इन विक्रेताओं के यहां की जा रही कार्रवाई

एसडीएम आधारताल शिवाली सिंह के नेतृत्व में उखरी तिराहे स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस पर कार्रवाई जारी। एसडीएम रांझी रघुवीर सिंह मरावी के नेतृत्व में नौदरा ब्रिज स्थित चिल्ड्रन बुक डिपो पर कार्रवाई जारी। एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह ठाकुर के नेतृत्व में गोलबाजार स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस पर कार्रवाई जारी। एसडीएम पाटन मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में रामपुर स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस पर कार्रवाई जारी । फर्जी आईएसबीएन नम्बर से किताबों के विक्रय रोकने कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर कार्रवाई जारी ।

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