देश में जीएसटी की व्यवस्था 2016 की नोटबंदी के तुरंत बाद ही आई थी, ऐसे में देश की अर्थव्यवस्था के लिए ये एक बड़ा बदलाव था. शुरुआत में कुछ दिक्कतें भी आईं, लेकिन जीएसटी के बारे में फैसला लेने वाली शीर्ष इकाई जीएसटी काउंसिल ने इसमें समय-समय पर बदलाव किए. जीएसटी ने 7 साल के अंतराल में कोविड जैसी महामारी का भी सामना किया, जब उसका कलेक्शन बेहद कम हो गया. इसके बावजूद अब जीएसटी कलेक्शन सरकार की बढ़िया कमाई करा रहा है.
उम्मीद से ज्यादा हुई कमाई
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के चेयरमैन संजय कुमार अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि बीते वित्त वर्ष 2023-24 में इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन सरकार के 14.84 लाख करोड़ रुपए के संशोधित अनुमान (रिवाइज्ड एस्टिमेट-आरई) से खासा अधिक रहा है. उन्होंने रीजनल टैक्स ऑफिशियल्स को पत्र लिखकर 2023-24 में रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन की वजह से बढ़िया कर संग्रह का श्रेय टीम को दिया.
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