जीवन में जब हम कुछ भी नया कर रहे होते हैं, तो बस मन में यही ख्वाहिश रहती है कि यार उसकी शुरुआत बढ़िया हो जाए. नौकरी का पहला दिन हो, सेमेस्टर की पहली क्लास या फिर दिन की शुरुआत ही क्यों ना हो. क्यूंकि गुरु शुरुआत बढ़िया हो गई तो आगे तो देख ही लिया जाता है. इंडियन प्रीमियर लीग के साथ भी ऐसा ही हुआ, 18 अप्रैल 2008 को जब इसकी शुरुआत हुई तब ललित मोदी के दिल में भी यही था कि बस पहला दिन बढ़िया निकल जाए और शायद भगवान ने उनकी सुनी और आईपीएल का पहला मैच ही इतिहास बन गया. बेंगलुरु के ग्राउंड में जब ब्रैंडन मैक्कुलम ने छक्के जमाए तब ना सिर्फ ललित मोदी बल्कि टीमों के मालिकों ने भी राहत की सांस ली.
क्रिकेट को जुनून की तरह जीने वाले देश हिन्दुस्तान में जब ललित मोदी आईपीएल वाला फॉर्मूला लाए तो सुनने में तो सब बढ़िया लग रहा था, लेकिन आम लोगों के लिए अभी इसे हजम कर पाना मुश्किल था. क्यूंकि ऐसा कभी देखा नहीं था, उस जमाने में वर्ल्ड इलेवन और अफ्रीका इलेवन वाले मुकाबले होते थे, तब लोगों को देखने को मिलता था कि सचिन या जयसूर्या एक टीम में खेल रहे हैं लेकिन अब आईपीएल इसे नेक्स्ट लेवल पर पहुंचा रहा था.
लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि जैक कालिस जिस टीम से खेल रहे हैं, उसके कप्तान राहुल द्रविड़ हैं. ब्रेट ली अपने ही देश के कप्तान रिकी पोंटिंग को आउट कर रहे हैं, बॉल फेंकने वाला खिलाड़ी इंडियन है, उस बॉल पर शॉट मारने वाला प्लेयर ऑस्ट्रेलियाई है और जिसने बाउंड्री पर कैच लपकी वो श्रीलंका के लिए क्रिकेट खेलता है और आईपीएल का यही फॉर्मूला ललित मोदी बेच रहे थे.
आईपीएल के पहले मैच से पहले ओपनिंग सेरेमनी हुई, बॉलीवुड के बड़े दिग्गज यहां आए सबने रंग जमा दिया. बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में लेज़र शो चल रहा था, माहौल पिट रहा था और लोग मज़े ले रहे थे. लेकिन ये सब एक इवेंट था, आईपीएल इससे सफल नहीं हो सकता था. जब ललित मोदी ने ये इवेंट करवाया, तो बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा कि इवेंट करान आसान होता है, लेकिन पूरा खेल चलाना मुश्किल है. ये बात खुद ललित मोदी भी जानते थे, क्यूंकि आखिर में लोग क्रिकेट ही देखेंगे.
इस सवाल का जवाब दिया ब्रैंडन मैक्कुलम ने. वही मैक्कुलम जिनके नाम पर आजकल BAZBALL चल रहा है और टेस्ट क्रिकेट पूरी तरह बदल गया है. ब्रैंडन मैक्कुलम ने आईपीएल इतिहास के पहले ही मैच में 158 रन बना डाले, एक टी-20 मैच में इतने रन किसी ने सोचे नहीं थे. बेंगलुरु के मैदान में जब ये मैच शुरू हुआ तब हर किसी के लिए ये नया अनुभव था, पहला मैच अगर साधारण निकल जाता तो शायद लोगों का दिल उतना नहीं लगता लेकिन मैक्कुलम ने खेल ही पलट दिया.
मैच शुरू हुआ और ब्रैंडन मैक्कुलम ने अपनी पहली पांच बॉल में एक भी रन नहीं बनाया. ये मैक्कुलम का तरीका नहीं था, दूसरा ओवर लेकर ज़हीर खान आए और मैक्कुलम ने यहां से अपना गेम शुरू कर दिया. मैक्कुलम ने शुरुआत में ही बता दिया कि क्यूं उन्हें इस लीग में रिकी पोंटिंग, शॉन पोलाक जैसे दिग्गजों से भी ज्यादा पैसा मिला है. ब्रैंडन मैक्कुलम ने उस मैच में 73 बॉल खेलीं, रन बनाए 158 जिसमें 10 चौके और 13 छक्के शामिल थे.
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