मोस्ट वांटेड गैंगस्टर प्रसाद पुजारी को चीन से मुंबई एयरपोर्ट पर डिपोर्ट किया जा चुका है. प्रसाद पुजारी लगभग 20 सालों से फरार था. उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कर रखा था. टॉप इंटेलिजेंस एजेंसी ने इस खबर की पुष्टि की है. मुंबई में आतंक फैलाने वाला गैंगस्टर सालों से चीन में था. चीन ने गैंगस्टर को भारत वापस भेजने पर सहमति जताई थी जिसके बाद मुंबई पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई आगे बढ़ाई. मुंबई क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि पुजारी के मुंबई पहुंचने पर उसे पकड़ लिया जाएगा. आपको बता दें कि चीन से किसी फरार अपराधी के प्रत्यर्पण का यह पहला मामला है.
वसूली, हत्या के नौ से ज़्यादा मामलों में शामिल
हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण,जबरन वसूली जैसे लगभग सभी बड़े अपराधों में शामिल होने के बावजूद वह हमेशा फरार रहता था और मुंबई पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था. पुजारी मुंबई में गोलीबारी,जबरन वसूली और हत्या के नौ से ज़्यादा मामलों में शामिल है. उसको फरवरी 2023 में हांगकांग में चीनी अधिकारियों ने पकड़ा था. इंटरपोल से मिली सूचना के बाद उसे फर्जी पासपोर्ट के आरोप में उस समय पकड़ा गया जब वह हांगकांग से शेनझेन के लिए उड़ान भरने वाला था. भारतीय एजेंसियों की पकड़ से बचने के किया पुजारी ने चाइनीज महिला से शादी कर ली थी जिससे उसका एक बच्चा भी है. अपने परिवार के साथ वो शेनझेन में था.
बिल्डर, कारोबारियों को बनाता था निशाना
विक्रोली के टैगोर नगर का रहने वाला पुजारी एक दशक पहले देश छोड़कर भाग गया था. पुजारी मुंबई में बिल्डरों और कारोबारियों को निशाना बनाता रहा है. मुंबई के विक्रोली इलाके में रहने वाले शिवसेना कार्यकर्ता चंद्रकांत जाधव पर गोलीबारी के मामले में प्रसाद पुजारी का नाम सामने आया था. यह गोलीबारी 19 दिसंबर 2019 को की गई थी. उस गोलीबारी में जाधव बच गए थे क्योंकि गोली उन्हें छूकर निकल गई थी. प्रसाद पुजारी के खिलाफ आखिरी केस साल 2020 में मुंबई में दर्ज हुआ था. पुजारी ने कुछ साल पहले शिव सेना के एक लीडर पर जानलेवा हमला भी करवाया था.
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