रूस की राजधानी मॉस्को में शुक्रवार को कई बंदूकधारियों ने एक बड़े समारोह स्थल पर लोगों पर स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी की जिसके कारण 70 लोगों की मौत हो गई और 145 से अधिक लोग घायल हो गए। यह जानकारी क्रेमलिन ने दी।
हमले के दौरान समारोह स्थल की इमारत में आग लग गई। कुछ दिन पहले ही देश में हुए चुनाव में जीत हासिल कर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सत्ता पर अपनी पकड़ को और मजबूत किया था। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएस ने ली है। आईएस ने अपने टेलीग्राम चैनल पर एक बयान जारी कर कहा, ‘हमारे लड़ाकों ने रूस की राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाके में स्थित क्रोकस कॉन्सर्ट हॉल में हमला किया’। आईएस के बयान में यह भी कहा गया है कि हमलावर ‘सुरक्षित रूप से अपने ठिकानों पर लौट आए हैं’।
इस बीच रूसी मीडिया ने आतंकवादियों की तस्वीरें प्रकाशित की हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में आतंकी हमले के चश्मदीदों के हवाले से बताया गया कि हमलावर ‘एशियाई और कॉकेशियाई’ लोगों जैसे दिखते थे और रूसी नहीं, बल्कि विदेशी भाषा में बातचीत कर रहे थे। रूसी मीडिया का दावा है कि आतंकी इन्गुशेतिया के मूल निवासी हैं। इसे रूस में पिछले दो दशक में हुआ सबसे भीषण आतंकी हमला माना जा रहा है। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने हमले को “बहुत बड़ी त्रासदी” बताया।
रूस की शीर्ष जांच एजेंसी गोलीबारी और विस्फोट की इस घटना को आतंकवादी हमला मानकर इसकी जांच कर रही है। रूस की शीर्ष घरेलू सुरक्षा एजेंसी, संघीय सुरक्षा सेवा ने कहा कि गोलीबारी की इस घटना में लोगों की मौत हुई है और कुछ अन्य लोग घायल हुए हैं, लेकिन उन्होंने मृतकों और घायलों की कोई संख्या नहीं बताई। रूस के मीडिया संस्थानों में आई खबरों के मुताबिक रूसी राजधानी के पश्चिमी क्षेत्र स्थित क्रोकस सिटी हॉल में गोलीबारी हुई।
कई अन्य रूसी मीडिया संस्थानों ने गोलीबारी की सूचना दी और कहा कि गोलीबारी के कारण संबंधित स्थल पर स्थित एक मॉल में आग लग गई। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में इमारत के ऊपर काले धुएं का बड़ा गुबार उठता दिख रहा है। यह हमला तब हुआ जब क्रोकस सिटी हॉल में प्रसिद्ध रूसी रॉक बैंड ‘पिकनिक’ के एक संगीत कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों की भीड़ जमा थी। इस हॉल में 6,000 से अधिक लोग बैठ सकते हैं।
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