गाजा में आम नागरिकों को निशाना बनाने वाले इजराइल के हमलों का पूरी दुनिया में विरोध होने लगा है. जंग की शुरुआत से ही कई देश इजराइल की सैन्य कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. जैसे जैसे जंग लंबी खिंच रही है वैसे वैसे गाजा में मानवीय संकट गहरा रहा है. इजराइल की सैन्य कार्रवाई पर UN में पास होने वाले प्रस्ताव को अमेरिका वीटो करता आया है. लेकिन अब अमेरिका के भी सुर कुछ बदले दिख रहे हैं. अब इजराइल के एक और साथी को लेकर खबर आई है कि वो सैन्य सहायता रोक देगा.
इजराइल का झटका देने की तैयारी कर रहा ये देश है कनाडा. कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स में इजराइल को दी जाने वाली हथियारों की खेप को लेकर एक प्रस्ताव पास हुआ है. विदेश मामलों की मंत्री मेलानी जोली ने ‘टोरंटो स्टार’ से बात करते हुए कहा कि कनाडा सरकार भविष्य में इजराइल को दी जाने वाली सैन्य मदद रोक देगी. ये प्रस्ताव न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ने संसद में पेश किया था, साथ ही पार्टी ने कनाडा सरकार द्वारा गाजा में नागरिकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम न उठाने पर निराशा व्यक्त की है.
अस्थाई लगी है रोक
हालांकि, इस प्रस्ताव के बावजूद कनाडा के फिलिस्तीन-इजराइल को लेकर स्टैंड में कोई बदलाव नहीं है. कनाडा कहता आया है कि फिलिस्तीन को राज्य का दर्जा इजराइल के साथ बातचीत के बाद ही मिलना चाहिए. कनाडा सरकार ने कहा है कि उन्होंने फिलहाल के लिए तो इजराइल के सैन्य निर्यात पर तो पाबंदी लगा दी है, लेकिन वे स्थिति के हिसाब से इसका आकलन करते रहेंगे. बता दें कनाडाई राष्ट्रपति ट्रूडो इजराइल के ‘सेल्फ-डिफेंस’ के लिए गाजा में हमले करने की हिमायत करते आए हैं.
प्रस्ताव को बताया कमजोर
कनाडा में मौजूद फिलिस्तीन समर्थक संगठनों ने इस प्रस्ताव को कमजोर बताया है. हालांकि संगठनों ने ये भी कहा, “ये प्रस्ताव गाजा में इजराइल के नरसंहार में कनाडाई भागीदारी को खत्म करने के लिए एक छोटा कदम है.”
यहूदी लॉबी ने किया प्रस्ताव का विरोध
मतदान के बाद इजराइल और यहूदी लॉबी ने इस प्रस्ताव को ‘गुमराह और झूठा’ करार दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कनाडा सरकार का ये कदम गाजावासियों को हमास के आतंक से छुटकारा पाने के रास्ते में अड़चन पैदा करेगा.
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