तेल या जहर: पतंजलि ब्रांड के रिफाइंड का नमूना जांच में फेल, जारी हुआ नोटिस

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की जांच में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। प्रमुख आधिकारियों के मुताबिक, पतंजलि ब्रांड के रिफाइंड तेल और साबुनीकरण में अज्ञात रसायन मिलने की बात सामने आई है और वे जांच में अधोमानक और फेल पाया गया है। मामले में एफएसडीए ने गांव बमनपुरा पोस्ट जैगारा, थाना किरावली निवासी सौरव कुमार लवानियां, नॉमिनी राममोहन शुक्ल, पतंजलि फूड लिमिटेड को नोटिस जारी किया है।

इस खबर के बाद सार्वजनिक स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ गया है। आगरा के एफएसडीए के जिला अभिहित अधिकारी, अमित कुमार सिंह ने बताया कि पिछले साल 30 दिसंबर को खाद्य सुरक्षा अधिकारी शैलेंद्र कुमार पांडेय ने पतंजलि फूड्स लिमिटेड के इत्मादपुर स्थित इकाई से रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल का नमूना लिया था। लैब में किए गए परीक्षण में अज्ञात रसायन मिला है, जिसे सेहत के लिए असुरक्षित माना गया है।

इसी तरह, गांधीधाम कच्छ, गुजरात स्थित निर्माता कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड की एक और इकाई में भी साबुनीकरण मान की जांच की गई, जिसमें भी अज्ञात रसायन मिला है। इसे अधोमानक और असुरक्षित बताया गया है। इस मामले में, खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कड़ी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही, संबंधित अधिकारियों द्वारा जांच का प्रक्रियात्मक परीक्षण के लिए निर्देश दिया गया है।

इस मामले में सार्वजनिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, सभी नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है। ऐसे मामलों में अनियंत्रित पदार्थों का सेवन न करें और उन्हें सूचित करें। यह खबर व्यापक चैनलों में गहरी चर्चा का विषय बन गई है। आगरा जिले के रहने वाले लोग इस घटना पर गहरे संशय में हैं और स्थानीय अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

ब्रेड में मिली फफूंदी
बाजार में मिल रहा नमकीन भी घटिया है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की जांच में मूंगफली घुनी हुई मिली। ब्रेड में फंफूदी पाई गई। बीते साले नमकीन के आठ नमूनों में से छह फेल मिले। बेकरी प्रोडक्ट के 16 नमूनों में से छह फेल पाए गए। जिला अभिहित अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि नमकीन घटिया और मिलावटी मिली। घुनी हुई मूंगफली और बेसन में रंग पाया गया।

गुणवत्ता भी खराब मिली, इसी कारण छह में तीन मिस ब्रांड, एक असुरक्षित और दो अधोमानक पाए गए। बेकरी प्रोडक्ट में चार अधोमानक, एक असुरक्षित और एक मिसब्रांड मिला। ब्रेड-बन में फफूंद मिली। इसमें दुर्गंध भी आ रही थी। जांच में इनको खाने योग्य नहीं बताया है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिसमें जुर्माना भी लगा है। इस नंबर 18001805533 पर मिलावट की शिकायत करें।

469 किलो मसाले जब्त
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम ने शमसाबाद रोड दिगनेर स्थित महेश एडिबल ऑयल कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड की मसाला एवं सरसों तेल विनिर्माण प्रतिष्ठान पर छापा मारा। करीब 469 किलो मसाले जब्त किए, इनकी कीमत 8.06 लाख रुपये है। पैकिंग में नियमों की अनदेखी की जा रही थी। जांच के लिए 16 नमूने प्रयोगशाला भेजे गए हैं। जिला अभिहित अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि होली पर मिलावटी सामान की बिक्री रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

टीम को प्रतिष्ठान में बोरों में मसालों के पैकेट भरे हुए मिले। जांच करने पर संजलि ब्रांड पर मानकों की अनदेखी थी। टीम ने 209 किलो मीट मसाला, जिसकी कीमत 2 लाख रुपये है। इसके बोरों पर मीट लिखा था। 80 किलो चिकन मसाला की कीमत छह लाख रुपये है। इसमें पांच रुपये के रैपर में मसाले थे। इसी तरह 600 रुपये की कीमत का 180 किलो नमक सीज किया है। जांच के लिए 16 नमूने लिए हैं, जिसमें पिसे मसाले पांच, साबुत मसाले के छह, नमक का एक, साबुत सरसों और सरसों के तेल के दो-दो नमूने हैं।

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