उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में पहाड़ पर खनन के दौरान बड़ा हादसा हो गया. खनन कार्य के दौरान अचानक पहाड़ का हिस्सा भरभरा कर खदान में जा गिरा, जहां करीब 15 मजदूर कार्य कर रहे थे. इस हादसे में जिला प्रशासन ने अभी तक चार मजदूरों की मौत की पुष्टि की है, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि हादसे में एक पोकलेंड मशीन सहित तीन ट्रैक्टर मलबे में अभी भी दबे हुए हैं. प्रशासन दो पोकलेंड मशीन लगाकर अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर एहतियातन मलबे में दबे मजदूरों को खोजने के काम में जुटा हुआ है.
उत्तर प्रदेश में पत्थर मंडी के नाम से चर्चित कबरई में यह दर्दनाक हादसा हुआ है. बताया जा रहा है कि कबरई थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पहरा गांव में DRS पहाड़ का पट्टा धनराज सिंह के नाम पर है. इस पहाड़ पर मंगलवार को एक दर्जन से अधिक मजदूर खनन कार्य पर लगे हुए थे. पहाड़ पर होने वाले विस्फोट के लिए मजदूरों द्वारा होल करने का काम किया जा रहा था, तभी अचानक पहाड़ का एक हिस्सा भरभराकर 500 फीट गहरी खदान में जा गिरा.
कई मजदूर दबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
जैसे ही पहाड़ का हिस्सा गिरा मजदूरों में अफरातफरी मच गई. इससे पहले मजदूर कुछ समझ पाते अचानक गिरे पहाड़ के मलबे के नीचे कई मजदूर दब गए. पहाड़ पर खनन के दौरान हुए हादसे की सूचना मिलते ही मजदूरों के परिजनों में कोहराम मच गया और देखते ही देखते पूरा गांव पहाड़ पर इकट्ठा हो गया. हादसे के बाद से पहाड़ संचालक मौके से फरार हो गया. वहीं सूचना मिलते ही DM मृदुल चौधरी, SP अपर्णा गुप्ता सहित मंडल के कमिश्नर और IG मौके पर पहुंच गए.
हादसे की जांच के लिए टीम गठित
इस दर्दनाक हादसे को लेकर चार थानों की पुलिस सहित फायर ब्रिगेड की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है, जिसमें चार मजदूरों राममिलन कुशवाहा, रामफूल और प्यारे और एक अन्य के शव को मलबे के नीचे से निकाला गया है, जबकि दो अन्य मजदूर कैलाश और धीरू को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. DM मृदुल चौधरी और SP अपर्णा गुप्ता भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर मौजूद हैं. हादसे के कारणों की जांच के लिए DM द्वारा टीम गठित कर दी गई है.
मजदूरों के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन
DM मृदुल चौधरी ने बताया कि उक्त पहाड़ का पट्टा है, जिसमें खनन कर चल रहा था, तभी हादसा हो गया. इस हादसे में तीन मजदूरों की मौत हुई है. हादसे के क्या कारण हैं, इसकी जांच कराई जा रही है. एहतियातन अभी भी पहाड़ पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मृतक मजदूरों के परिजनों को शासन और प्रशासन द्वारा हर संभव मदद देने की बात भी DM ने कही.
CM योगी ने हादसे पर जताया दुख
वहीं हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संवेदना व्यक्त की और मजदूरों के परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिया. हादसे के वक्त मौजूद प्रत्यक्षदर्शी मजदूर नीरज ने बताया कि सभी मजदूर रोजाना की तरह पहाड़ पर मजदूरी का काम कर रहे थे. पहाड़ पर विस्फोट के लिए होल करते समय पहाड़ का एक हिस्सा अचानक भरभराकर खदान में गिरा, जिससे दर्दनाक हादसा हो गया. कई मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचा ली, लेकिन तीन लोगों की मौत हो गई और दो मजदूर अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
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