मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के बाद राजस्थान में कांग्रेस को झटका, इन नेताओं ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी में हुए शामिल

एक तरफ कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर पीएम मोदी के विजय रथ को रोकने की कोशिश कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ उसके अपने ही नेता पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. बीते दिन की मध्य प्रदेश के कद्दावर नेताओं में शुमार सुरेश पचौरी कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे वहीं रविवार को एक बार फिर से कांग्रेस को उसके अपने नेताओं ने बड़ा झटका दिया है.

जानकारी के मुताबिक राजस्थान में कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक समेत कई नेता राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी पार्टी में शामिल हो गए हैं. इनमें पूर्व मंत्री राजेंद्र यादव, लाल चंद कटारिया पूर्व कांग्रेस विधायक रिछपाल मिर्धा, विजयपाल मिर्धा, खिलाड़ी बैरवा, पूर्व निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल, पूर्व राज्य पार्टी प्रमुख सेवा दल सुरेश चौधरी, रामपाल शर्मा और रिजु झुनझुनवाला सहित कई और नेता भी शामिल हैं.

प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने दिलाई सदस्यता

सूबे के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सी पी जोशी के साथ ही केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने जयपुर में पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस से आए इन नेताओं का स्वागत किया और इन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी समेत कई लोग मौजूद रहे.

पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा ने शेयर किया पोस्टर

इससे पहले डेगाना के पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा ने इस कार्यक्रम से जुड़ा एक पोस्टर भी सोशल मीडिया पर शेयर किया था. जिसमें लिखा है कि स्वर्ण भूमि मैरिज गार्डन सिरसी रोड जयपुर में वो और विजयपाल मिर्धा भाजपा में शामिल होंगे. आपको बता दें कि रिछपाल मिर्धा ज्योति मिर्धा के चाचा हैं जिन्हें बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में नागौर से चुनावी मैदान में उतारा है. सालों से मिर्धा परिवार राजनीति में है और कांग्रेस पार्टी में शामिल रहा है.

महाराष्ट्र में कांग्रेस को लगा झटका

आगामी लोकसभा चुनाव से लगातार कांग्रेस को एक के बाद झटके लग रहे हैं. अभी भी ये सिलसिला लगातार जारी है. इससे पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था. कांग्रेस के तीन बड़े नोतओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया था. मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दीकी और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. मिलिंद और अशोक चव्हाण जहां बीजेपी में शामिल हुए तो वहीं बाबा सिद्दीकी ने अजित पवार की एनसीपी का दामन थामा. जिस तरह से कांग्रेस के नेता पार्टी से अलग हो रहे हैं आने वाले दिनों में पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है.

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