लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है. हरियाणा से बीजेपी के लोकसभा सांसद बृजेन्द्र सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने उनके घर पहुंचे. इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल होंगे. यही नहीं, उनके पिता और पूर्व केंद्रीय ने चौधरी बीरेंद्र सिंह भी कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं, लेकिन वह बाद में वह एक रैली के दौरान पार्टी में शामिल होंगे.इससे पहले उन्होंने रविवार को भगवा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.
उन्होंने कहा, ‘मैंने मजबूर होकर राजनीतिक कारणों से बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. मैं पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष का आभार व्यक्त करता हूं.’ बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं और उनके परिवार का कांग्रेस से पुराना रिश्ता रहा है. बता दें कि कुलदीप बिश्नोई के बीजेपी में शामिल होने के बाद से लगातार बृजेंद्र सिंह का टिकट काटने का खतरा बना हुआ था. इसके अलावा जेजेपी गठबंधन की वजह से भी चौधरी बीरेंद्र सिंह का परिवार बीजेपी से नाराज चल रहा था. बृजेंद्र सिंह किसान आंदोलन, अग्निवीर और महिला पहलवान के मुद्दे पर नाराजा चल रहे थे.
बृजेंद्र सिंह लोक लेखा समिति के हैं सदस्य
2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने दुष्यंत चौटाला और भव्य बिश्नोई को हराकर हिसार से जीत हासिल की थी. वह पूर्व नौकरशाह प्रसिद्ध किसान नेता छोटू राम के परपोते हैं. उनके पिता बीरेंद्र ने केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया था और उनकी मां प्रेमलता सिंह ने उचाना विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था.
बृजेंद्र सिंह लोक लेखा समिति और रक्षा संबंधी स्थायी समिति के सदस्य भी हैं. वह एक पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं, जिन्होंने 21 वर्षों तक देश की सेवा करने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी. 1998 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल की थी. बृजेंद्र सिंह ने जेनयू से मॉडर्न हिस्ट्री में एमए किया. वह हरियाणा के जिंद के मूल निवासी हैं.
‘मैं भाई-भतीजावाद की उपज नहीं’
बृजेंद्र सिंह ने पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में राजनीति में एंट्री मारी थी. इस दौरान उन्होंने चुनावी भाषण के दौरान दावा किया था कि वह भाई-भतीजावाद की उपज नहीं हैं. वह हरियाणा आइकन छोटू राम के परपोते हैं. पिछले साल बृजेंद्र सिंह ने यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले पहलवानों का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया था. ऐसी अटकलें थीं कि 2022 में बृजेंद्र सिंह आम आदमी पार्टी में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि, बाद में उन्होंने इन खबरों को खारिज कर दिया था और कहा था कि उनकी AAP में शामिल होने की कोई योजना नहीं है.
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