‘मैं भी चौकीदार’ के बाद अब ‘मोदी का परिवार’, जब PM ने विरोधियों के एजेंडे को ही बना लिया अपना हथियार
लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज होती जा रही है. पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने कल रविवार को पार्टी के लिए चुनावी बिगुल बजाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोल दिया. लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि अगर मोदी के पास अपना परिवार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं. उनके हमले को ही मोदी ने हथियार बनाते हुए अपने चुनावी अभियान में शामिल कर लिया. यह सब कुछ वैसा ही है जैसा 5 साल पहले ‘मैं भी चौकीदार’ का अभियान चलाया गया था.
देश चुनावी माहौल में रंगता नजर आ रहा है. राजनीतिक दलों की ओर से चुनावी रैलियों की शुरुआत की जा चुकी है. राजनीतिक हमलों का दौर भी शुरू हो चुका है. पटना में लालू यादव ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा था, “नरेंद्र मोदी के पास परिवार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं. वह बस राम मंदिर पर डींगें ही हांकते रहते हैं. वह तो एक सच्चे हिंदू भी नहीं हैं. हिंदू परंपरा के अनुसार, एक बेटे को अपने माता-पिता के निधन पर अपना सिर और दाढ़ी मुंडवाया जाना चाहिए. लेकिन उन्होंने अपनी मां के निधन पर ऐसा नहीं किया.”
BJP ने शुरू किया अभियान
लालू की ओर से हमला किए जाने के एक दिन बाद पीएम मोदी आज सोमवार को जब तेलंगाना के अदिलाबाद में जनसभा को संबोधित कर रहे थे तो उन्होंने विपक्ष की ओर से उनके परिवार को लेकर किए गए हमले का जवाब दिया. उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण में आकंठ डूबे INDI गठबंधन के नेता लगातार बौखलाते जा रहे हैं. अब इन्होंने इस चुनाव का अपना असली घोषणा पत्र निकाला है. मैं इनके परिवारवाद पर सवाल उठाता हूं, तो इन लोगों ने अब बोलना शुरू कर दिया कि मोदी का कोई परिवार नहीं है.”
पीएम मोदी की ओर से विपक्ष के हमले का जवाब देने के थोड़ी देर बाद ही भारतीय जनता पार्टी ने नए अभियान का आगाज कर दिया. अभियान का नाम दिया गया ‘मोदी का परिवार.’ फिर क्या था बीजेपी के तमाम आला नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपना बॉयो बदल दिया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, अनुराग ठाकुर और सुधांशु त्रिवेदी समेत कई बीजेपी नेताओं ने अपना बॉयो बदल दिया. इन नेताओं ने अपने नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ लिख दिया.
2109 में चला था ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान
बीजेपी ने चुनाव से ठीक पहले इस बार भी सोशल मीडिया पर अपना नया अभियान शुरू कर दिया. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने X पर अपने बॉयो में ‘मैं भी चौकीदार’ लिखकर इस अभियान की शुरुआत की थी. यह अभियान तेजी से वायरल हो गया और बड़ी संख्या में बीजेपी के छोटे-बड़े नेताओं ने अपनी बॉयो में ‘मैं भी चौकीदार’ लिखना शुरू कर दिया. यह अभियान चुनाव खत्म होने तक जारी रहा.
Your Chowkidar is standing firm & serving the nation.
But, I am not alone.
Everyone who is fighting corruption, dirt, social evils is a Chowkidar.
Everyone working hard for the progress of India is a Chowkidar.
Today, every Indian is saying-#MainBhiChowkidar
— Narendra Modi (@narendramodi) March 16, 2019
2019 में 16 मार्च की सुबह 9 बजे पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लोगों से ‘मैं भी चौकीदार’ की शपथ लेने का अनुरोध किया और कहा कि भ्रष्टाचार और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जंग में वह अकेले नहीं हैं.
पीएम मोदी ने कहा, “आपका चौकीदार मजबूती से खड़ा है और देश की सेवा कर रहा है, लेकिन मैं अकेले नहीं हूं. हर कोई जो भ्रष्टाचार, गंदगी और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जंग लड़ रहा है और भारत की प्रगति के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, वह चौकीदार है. आज हर भारतीय कह रहा है, -मैं भी चौकीदार.”
नाकाम रहा ‘चौकीदार चोर है’ का नारा
पीएम मोदी का यह ट्वीट कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी पर बड़ा हमला था, जो तब खुद को चौकीदार कहने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर लगातार निशाना साधते रहे थे. तब उन्होंने लोगों से 31 मार्च 2019 को ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान में शामिल होने के लिए भी कहा था.
प्रधानमंत्री मोदी तब खुद को देश का चौकीदार कहते थे है, जो कभी भ्रष्टाचार नहीं होने देता. राहुल गांधी राफेल सौदे को लेकर कथित भ्रष्टाचार का आरोप मोदी पर लगा रहे थे. कांग्रेस नेता और पार्टी की ओर से पीएम मोदी पर उन्हीं के शब्दों का इस्तेमाल करते हुए निशाना साधा गया और कहा- ‘चौकीदार चोर है’. 2019 के चुनाव में राहुल गांधी बार-बार यही बात कहते रहे.
‘चौकीदार चोर है’ के नारे के साथ कांग्रेस चुनाव में लगातार अपना अभियान चलाती रही, जवाब में मोदी ने ‘मैं भी चौकीदार’ का नारा दिया. हालांकि कांग्रेस को इसका फायदा नहीं हुआ और पार्टी महज 44 सीटों पर सिमट गई. वहीं बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए फिर से सत्ता पर काबिज हो गई. कांग्रेस के सारे हमले बेकार साबित हो गए.
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