तमाम कोशिशों और बैठकों के बाद आखिरकार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर बात बन गई. दोनों ही पार्टियों के बीच गुजरात में भी साथ लड़ने की सहमति बन गई है. सूबे की भरूच संसदीय सीट आम आदमी पार्टी के खाते में आई है. यहां आप का उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरेगा. इस फैसले को लेकर कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल की बेटी और कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने नाराजगी जाहिर की है.
मुमताज पटेल ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है. उन्होंने कहा है कि गठबंधन में भरूच लोकसभा सीट सुरक्षित नहीं कर पाने के लिए जिला कैडर से गहराई से माफी मांगती हूं. उन्होंने कहा कि हम एकजुट होंगे. इसके साथ ही मुमताज ने खुद को भरूच की बेटी बताते हुए कहा कि अहमद पटेल की 45 सालों की विरासत को बेकार नहीं जाने देंगे.
‘कांग्रेस की परंपरागत सीट है भरूच’
इससे पहले जब भरूच सीट आम आदमी पार्टी के खाते में जाने की बात सामने आई थी तब मुमताज पटेल मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि ये सीट कांग्रेस को मिलेगी. कांग्रेस नेता ने ये भी कहा था कि सुना है कि राहुल गांधी ने भी भरूच सीट आप को दिए जाने पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा था कि भरूच परंपरागत रूप से कांग्रेस की सीट है. उन्होंने कहा कि इस सीट पर कांग्रेस ने जो विकास किया यहां हमारा बेस है उसी के चलते आम आदमी पार्टी गठबंधन करना चाहती है.
दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल लड़ते थे चुनाव
दरअसल, भरूच सीट कांग्रेस की परंपरागत रूप से सीट मानी जाती है. दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल इसी सीट का प्रतिनिधित्व करते रहे. ऐसे में ना सिर्फ मुमताज बल्कि अहमद पटेल के बेटे फैसल अहमद समेत पार्टी के कई नेता चाहते थे कि ये सीट कांग्रेस को मिले. इसके लिए इन सभी लोगों ने कांग्रेस आलाकमान से भी गुजारिश की थी.
हालांकि सीट शेयरिंग पर मंथन के बाद ये सीट अब आम आदमी के पास चली गई है. जाहिर है इससे दिवंगत कांग्रेस नेता के परिवार में असंतोष होगा. गौरतलब है कि गुजरात से लोकसभा पहुंचने वाले अहमद पटेल आखिरी मुस्लिम सांसद थे. अहमद पटेल 26 साल की उम्र में पहली बार 1977 में सांसद बने और फिर 1982 और 1984 में भरूच सीट से जीत दर्ज की थी.
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