बेंगलुरु के स्कूलों को बम की धमकी मामले में एक बड़ी अड़चन आ गई है. जीमेल ने यह धमकी देने वाले व्यक्ति का नाम उजागर करने से साफ इंकार कर दिया है. जीमेल ने अपने जवाब में कहा है कि ईमेल भेजने वाले का नाम बताना किसी भी कानून के दायरे में नहीं आता. बेंगलुरु पुलिस के रिक्वेस्ट पर इंटरपोल ने जीमेल को नोटिस जारी कर संबंधित जानकारियां देने का निर्देश दिया था. अब जीमेल ने इंटरपोल को अपना जवाब भेज दिया है. ऐसे में बेंगलुरु पुलिस एक बार फिर वहीं पहुंच गई है, जहां से उसने मामले की जांच शुरू की थी.
बता दें कि 8 अप्रैल, 2022 को बेंगलुरु के 16 स्कूलों को ईमेल से धमकी मिली थी. इसमें कहा गया था कि स्कूलों के अंदर बम प्लांट कर दिए गए हैं. इस ईमेल को पढ़ने के बाद ना केवल स्कूल में, बल्कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया था. आनन फानन में सभी स्कूलों में बम स्क्वायड भेज कर जांच कराई गई. पता चला कि इस धमकी में कोई सच्चाई नहीं थी. स्कूलों को ईमेल केवल शहर में पैनिक क्रिएट करने के लिए भेजा गया था.
विदेश से भेजे गए थे ईमेल
बेंगलुरु पुलिस ने मामला दर्ज कर जब ईमेल भेजने वाले कंप्यूटर का आईपी एड्रेस निकाला गया तो पता चला कि यह कंप्यूटर विदेश में कहीं है. इस जानकारी के बाद बेंगलुरु पुलिस ने इंटरपोल को पत्र लिखा था. वहीं इंटरपोल ने भी बेंगलुरु पुलिस के पत्र के आधार पर जीमेल को नोटिस जारी करते हुए यह ईमेल भेजने वाले व्यक्ति के बारे में पूरी जानकारी तलब की थी. काफी समय तक चुप्पी साधने के बाद अब जीमेल कंपनी ने अपना जवाब इंटरपोल को भेज दिया है.
जीमेल पर लगातार मिल रही है धमकियां
इसमें जीमेल कंपनी ने कहा है कि वह किसी भी जीमेल एकाउंट धारक के बारे में किसी भी तरह का सूचना देने के लिए बाध्य नहीं है. बता दें कि अप्रैल 2022 के बाद बेंगलुरु के 70 अन्य स्कूलों को पिछले साल दिसंबर महीने में भी इसी तरह की धमकी मिली थी. इसके बाद इस साल जनवरी महीने में करीब आधा दर्जन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी. इन सभी मामलों की जांच पुलिस कर रही है. इस दौरान वीपीएन और आईपी एड्रेस की जांच के दौरान पता चला है कि यह सभी ईमेल विदेश से किए गए हैं. अब चूंकि जीमेल ने इन सभी एकाउंट की जानकारी देने से मना कर दिया है. ऐसे में पुलिस की जांच भी ठप हो गई है.
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