न्यायिक जांच की बात ना मानने पर विपक्ष ने किया बहिष्कार, थोड़ी देर के लिए स्थगित की गई सदन की कार्यवाही
भोपाल। मध्यप्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद विधानसभा का पहला बजट सत्र 7 फरवरी से शुरू हो चुका है। आज विधानसभा सत्र का दूसरा दिन है। ये 19 फरवरी तक चलेगा। मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा अंतिरम बजट पेश करेंगे। इस बार के सत्र में 2303 प्रश्न लगाए गए हैं। वहीं 233 ध्यानाकर्षण के प्रस्ताव भी हैं। अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव के चलते सरकार अंतरिम बजट ला रही है। माना जा रहा है कि विपक्षी दल कांग्रेस ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। मध्यप्रदेश विधानसभा में सरकार 2023-24 के लिए दूसरा अनुपूरक बजट और 2024-25 के लिए लेखानुदान प्रस्तुत करेगी।
इस समय सदन में हरदा में हुई विस्फोट की घटना पर बवाल मचा हुआ है। विपक्ष लगातार मोहन सरकार पर सवालों की बौछार कर रहा है। विपक्षे के कई नेता हरदा विस्फोट कांड पर मोहन सरकार से जवाब मांग रहे है। तो वहीं राज्य के सीएम डॉ. मोहन यादव हरदा कांड पर जवाब देते हुए नजर आए है। इस बीच, विपक्ष ने सदन की कार्यवाही से बायकॉट किया। न्यायिक जांच की बात ना मानने पर विपक्ष ने बहिष्कार किया है। सदन की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दी गई है।
हरदा कांड पर सीएम डॉ. मोहन यादव का जवाब
हरदा हादसे पर सीएम मोहन यादव ने सदन में कहा कि हरदा में हमने घटना के तुरंत बाद संसाधनों का इंतज़ाम किया। मैं घायलों से मिलकर आया,एक बहादुर महिला मुझे मिली। उस महिला का हाथ बारूद से उड़ गया था। उसने बताया कि पहला विस्फोट हुआ तो लोग दौड़ के बाहर भागे, लेकिन मैं नहीं भाग पाई। आगे उसने बताया कि फिर दोबारा भीषण विस्फोट हुआ। आगे महिला ने बताया कि फायर ब्रिगेड के कर्मचारी का आग बुझाने में उसका हाथ गल गया।
इस मामले में सीएम मोहन ने सदन में ऐलान करते हुए कहा कि कितना ही बड़ा अधिकारी हो बचेगा नहीं। हरदा में 12 विस्फोटक लाइसेंस की जांच कराई गई है। इस घटना के बाद हमने प्रदेशभर में जांच कराई है। 2 साल से फैक्ट्री पर सख्ती की गई थी। मैं हैरान हूं यह जानकर की 2 साल पहले फैक्ट्री मालिक घर घर बारूद बांटकर बम बनवाता था। यह नया तमाशा पहली बार सुना। आगे उन्होंने कहा कि जांच में लीपापोती हुई तो विपक्ष कहे।
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