उत्तर प्रदेश के बदायूं में सिविल जज जूनियर डिवीजन के पद पर तैनात कुमारी ज्योत्सना राय की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. ज्योत्सना राय के पिता अशोक कुमार राय ने कहा है कि उनकी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती. यह सीधे तौर पर हत्या का मामला है. उन्होंने अज्ञात के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज कराया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. शनिवार की देर शाम बदायूं पहुंचे ज्योत्सना के पिता अशोक कुमार राय ने केस दर्ज कराया है.
उन्होंने बताया कि जो सुसाइड नोट प्राप्त हुआ उसमें लिखा है कि ‘मैं अवसाद में हूं, मेरी मृत्यु का जिम्मेदार कोई नहीं है. मेरा अंतिम संस्कार अयोध्या में सरयू घाट पर करना और मेरे खरगोश का ख्याल रखना’.बता दें कि शनिवार की शाम तक जज ज्योत्सना राय कोर्ट नहीं पहुंची तो उनके कर्मचारियों ने उनसे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की. काफी प्रयास के बाद जब उनका फोन भी नहीं उठा तो कर्मचारियों ने घर पर आकर देखा और पुलिस को सूचना दी.
पंखे से लटका मिला था शव
इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर पंखे से लटका हुआ शव बरामद किया और उनके परिजनों को सूचना दी. उस समय पुलिस ने बताया था कि यह सुसाइड का मामला है. हालांकि अब ज्योत्सना के भाई हिमांशु शेखर राय ने पुलिस की थ्यौरी पर सवाल उठाए हैं. हिमांशु के मुताबिक घर का मेन दरवाजा तो बंद था, लेकिन बाकी अंदर के सारे दरवाजे खुले हुए थे. किचन की तरफ पीछे का एक दरवाजा भी खुला हुआ था. उन्होंने कहा ज्योत्सना की डायरी के पन्ने भी फटे हुए हैं. ऐसे में पुलिस को मामले की गहनता से जांच करनी चाहिए.
जांच में जुटी पुलिस
वहीं एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मौके से कुछ डॉक्यूमेंट मिले हैं. पुलिस उन सभी दस्तावेजों की जांच करा रही है. मौके से मिला सुसाइड नोट और मोबाइल फोन भी पुलिस कब्जे में लेकर जांच कर रही है. इन सब सबूतों को फोरेंसिक टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है. जांच के बाद ही साफ हो सकेगा कि यह हत्या है या आत्महत्या. फिलहाल पुलिस ने उनके पिता की शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया है. मामले की जांच जारी है.
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