ग्वालियर। ग्वालियर से छह साल पहले लापता हुआ एक नाबालिग अब मुंबई में मिला है। उस तक पहुंचने के लिए पुलिस ने उसके आधारकार्ड का सहारा लिया है। पुलिस ने आधारकार्ड पर ली गई सिम कार्ड की जांच की तो एक नया नंबर मुंबई में एक्टिव मिला। इस नंबर को सर्च कर पुलिस की टीम मुंबई अंधेरी वेस्ट पहुंची। यहां युवक बिल्डर के रूप में मिला। जब वह लापता हुआ था तो नाबालिग था, लेकिन अब वह 22 साल का हो चुका है। उसने कानपुर, नोएडा में होटल में काम किया है। आखिर में वह मुंबई पहुंचा और बिल्डर का काम करने लगा था। बता दें कि लापता ने ट्यूशन न जाने पर पिता द्वारा मारपीट करने पर घर से भाग जाने की बात बताई है। मंगलवार को जब पुलिस उसे लेकर ग्वालियर पहुंची तो वह अपने परिजन को देखकर भावुक हो गया।
दरअसल, ग्वालियर के हजीरा थानाक्षेत्र के गदाईपुरा का आशु राजपूत 20 सितंबर 2018 में लापता हो गया था। काफी तलाश करने के बाद आशु के पिता ने हजीरा थाना पहुंचकर सूचना दी। इस पर पुलिस ने भी उसकी छानबीन की। लापता होने के समय आशु की उम्र 17 साल थी। पुलिस के काफी प्रयास के बाद भी छात्र नहीं मिल रहा था। अभी ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस ने इस केस को फिर से जांच में लिया। पुलिस को परिजन से छात्र का पुराना आधारकार्ड मिला। इससे पुलिस ने नए सिरे जांच शुरू की। पुलिस ने आधारकार्ड पर लिए गए सिम कार्ड नंबर को सर्च किया तो एक नंबर जो हाल ही में लिया गया था, मुंबई में एक्टिव मिला। इस नंबर को सर्च करते हुए पुलिस मुंबई अंधेरी वेस्ट पहुंची और आशु को तलाशकर ग्वालियर ले आई।
जब छात्र को तलाशते हुए ग्वालियर पुलिस की टीम मुंबई पहुंची और पुलिस टीम ने तकनीकी सहायता के आधार पर गायब हुए बालक को बरामद कर लिया, तब उससे भागने का कारण पूछा तो उसने बताया कि पिताजी ट्यूशन न जाने पर मारपीट करते थे। नाराज होकर वह घर से भागकर मुंबई आ गया था। यहां उसने कुछ दोस्त बनाए, जिन्होंने उसकी मदद की। गुमशुदा मुंबई में बिल्डर का काम कर रहा था जो कि अच्छा खासा कमा रहा था। जिसे पुलिस टीम मुंबई से बरामद कर ग्वालियर लेकर आई। गुमशुदा बालक अपने माता – पिता को देखकर भावुक हो गया। पुलिस द्वारा गुमशुदा को माता पिता से मिला दिया और उनसे मिलकर गुमशुदा खुश हो गया। अब वो विदेश जाने वाला है।
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