प्राण प्रतिष्ठा के अगले ही दिन राम भक्तों का सैलाब भगवान राम के दर्शन के लिए उमड़ पड़ा. रामलला के दर्शन के लिए लाखों रामभक्त पुलिस बैरिकेड तोड़कर मंदिर में प्रवेश हो गए जिसके बाद पुलिस प्रशासन को भीड़ पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. वहां, स्थिति का जायजा लेने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंच गए. उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की और खुद मंदिर जाकर व्यवस्था की समीक्षा की.
वहीं, सीएम योगी ने कहा है कि हर रामभक्त को रामलला का सुगम दर्शन कराना हमारा कर्तव्य है. इसके लिए उन्होंने प्रशासन को आदेश दिए हैं कि वह सभी श्रद्धालुओं को कतारबद्ध करके भगवान के दर्शन कराए. इसके अलावा सीएम ने VIP और VVIP लोगों से कहा गया है कि वह अयोध्या आने से पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को इसकी सूचना दें. वीआईपी ने अनुरोध किया गया है कि वह आने से एक हफ्ते पहले ही सूचना दें.
वहीं, गणतंत्र दिवस के मद्देनजर मंदिर की व्यवस्था और चाक-चौबंद कर दी गई है. सीएम ने माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कठोर करवाई करने के आदेश दिए हैं.
श्रद्धालुओं के लिए पानी-व्हीलचेयर
इसके अलावा दर्शन करने आ रहे भक्तों की सुविधाओं के लिए भी खास ध्यान रखा गया है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं के लिए पानी, व्हीलचेयर और जूट मैटिंग जैसी व्यवस्था का इंतजाम किया जाए. वहीं, जिन श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन कर लिए हैं उनके लिए बस और सेवाएं भी आसानी से उपलब्ध हों.
पुलिसकर्मी मर्यादित रखें अपना व्यवहार
सीएम ने कहा कि राम पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ और जन्मभूमि पथ पर, जहां भी दर्शनार्थी हों उन्हें कतारबद्ध तरीके से खड़ा किया जाए ताकि भगदड़ न मचे. बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि सभी पथों पर राम भजन, लो-ट्यून पर बजाए जाएं. इसके अलावा सीएम ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था में जो पुलिसकर्मी लगे हैं उनका व्यवहार मर्यादित होना चाहिए.
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