नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मामले में विपक्ष की राजनीति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने हमेशा यही माना कि राम मंदिर तो कभी बनेगा ही नहीं। वे सभी अब भाजपा से ईर्ष्या कर रहे हैं।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर कांग्रेस से सोनिया गांधी व मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण दिया गया था। उन्होंने अपना स्टैंड क्लियर करते हुए समारोह में आने से मना कर दिया। उनका कहना है कि भाजपा व आरएसएस इस समारोह का राजनीतिक लाभ पाना चाहते हैं। ऐसे में वह राजनीतिक कार्यक्रम में भाग नहीं ले सकते हैं। माकपा ने पहले से ही कार्यक्रम में न जाने की बात कह दी थी।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहीं ये बातें
विपक्ष के सभी दल ईर्ष्यालु हैं। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा (राम मंदिर निर्माण) होगा। यह (राम मंदिर) बन रहा है और पूरे देश में उत्साह है। वे मुश्किल स्थिति में हैं।
मुझे कोई परवाह नहीं है, क्योंकि भारत का 82 प्रतिशत हिंदू है और शेष अल्पसंख्यक-ईसाइयों ने बिल्कुल भी विरोध नहीं किया है, पारसी, यहूदी, वे सभी समर्थक हैं। मुसलमानों के बीच भी बड़ी संख्या में लोग कहते हैं कि हमने भारत में रहना चुना है, इसलिए यह कुछ ऐसा है जिसे हमें समायोजित करना चाहिए।
बाहर से पैसा मिलने वाले मचा रहे शोर
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाओं पर पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी कहते हैं कि मैं कहूंगा कि केवल ये कट्टरपंथी, जिन्हें बाहर से आर्थिक मदद मिल रही है, वे ही सारा शोर मचा रहे हैं।
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