21 जनवरी को धार रचेगा श्रीराम रक्षा स्त्रोत का विश्व कीर्तिमान

धार। अयोध्या में बने हिंदू समाज के आस्था के केंद्र श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में श्री रामलला प्राण- प्रतिष्ठा महोत्सव के निमित रामोत्सव कार्यक्रम को लेकर बैठक का आयोजन निजी गार्डन में किया गया।

इसमें सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक एवं अनेक क्षेत्रों में कार्य करने वाले विविध संगठन के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। मंचासीन राम मंदिर प्राण- प्रतिष्ठा महोत्सव समिति अध्यक्ष राजेश पटेल, सह संयोजक मृणाल दौराया व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक अंकित गजकेश्वर थे।

समिति के सह संयोजक मृणाल दौराया ने संबोधित करते हुए कार्यक्रम की योजना की भूमिका व उपस्थित महानुभावों के सुझाव को जाना। बैठक में बताया गया कि राम लाल प्राण- प्रतिष्ठा के पूर्व संध्या में धार नगर के उदाजी राव चौपाटी पर हज़ारों परिवारों द्वारा सामूहिक एकत्रित होकर विजय महामंत्र, हनुमान चालीसा, राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करेंगे।

आपको बता दें की राम रक्षा स्त्रोत का सामूहिक पाठ करके विश्व कीर्तिमान भी धार नगर की हिंदू समाज द्वारा बनाया जाएगा। रामोत्सव कार्यक्रम संध्या 6 बजे से प्रारंभ होकर रात्रि 8 बजे तक चलेगा जो की स्थानीय उदाजी राव चौपाटी से प्रारंभ होगा। समिति ने सकल हिंदू समाज से कार्यक्रम में सम्मिलित होने का आग्रह किया है।

इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक गजकेश्वर ने बताया कि समाज में कई लोग ऐसे हैं जिन्हें राम मंदिर के संघर्ष की गाथा की जानकारी नहीं है जिन्हें जानना आवश्यक है। 22 जनवरी को रामलला मंदिर में विराजमान होने वाले हैं जिसको लेकर सकल हिंदू समाज में अत्यधिक उत्साह नजर आ रहा है। इसमें हनुमान चालीसा, प्रभात फेरी, जागरण कार्यक्रम हो रहे हैं।

उन्होंने एक पंक्ति सुनाते हुए कहा कि जिस दिन राम का मंदिर बन जाएगा उस दिन भारत में राम राज्य आएगा। राम के बिना विश्वगुरु भारत की कल्पना अधूरी लगती है। राम भारतीयों की आत्मा मे बसते हैं। अभियान का मुख्य उद्देश्य राम मंदिर के लिए हुए संघर्ष को जन-जन तक पहुंचाना है।

नगर भर में हो रहे हैं विभिन्न कार्यक्रम

नगर की बस्तियों में विभिन्न कार्यक्रम हिंदू समाज द्वारा किए जा रहे हैं। वहीं मातृशक्ति द्वारा अक्षत कलश व घर निमंत्रण दिए जा रहे हैं। प्रभात फेरी भी निकली जा रही है। नगर के पिपलेश्वर महादेव मंदिर में बालकों द्वारा 11 हजार 111 हनुमान चालीसा के पाठ भी चल रहे हैं जो 22 जनवरी को पूर्ण होगा।

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