इंदौर। सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है और इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु की विशेष आराधना की जाती है। सभी पूर्णिमा तिथियों में पौष माह की पूर्णिमा तिथि को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, पौष पूर्णिमा हर साल पौष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होती है। इस साल पौष पूर्णिमा 25 जनवरी, बुधवार को है। इस दिन भगवान सत्यनारायण, माता लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा की जाती है, जीवन में खुशहाली आती है और सभी दुख दूर हो जाते हैं।
पौष पूर्णिमा पर पूजा का मुहूर्त
पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, इस साल 24 जनवरी बुधवार को रात 09.49 बजे पौष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि शुरू होगी और इस तिथि का समापन 25 जनवरी को रात 11.23 मिनट बजे खत्म होगी। उदया तिथि के कारण जो लोग 25 जनवरी को पौष पूर्णिमा का व्रत रखेंगे, वे सूर्योदय के बाद से ही पूजा पाठ कर सकते हैं। इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:12 बजे से 12:55 बजे तक है।
गुरु पुष्य समेत 5 शुभ योग
- सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन के लिए।
- रवि योग सुबह 07:13 से 08:16 बजे तक।
- गुरु पुष्य योग 08:16 सुबह से 26 जनवरी को सुबह 07:12 बजे तक।
- अमृत सिद्धि योग भी सुबह 08:16 से अगले दिन 07:12 सुबह तक
- प्रीति योग सुबह 07:32 से अगले दिन सुबह तक रहेगा।
डिसक्लेमर
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