मंदसौर। मौसम के बदले मिजाज ने अफीम उत्पादक किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। बोवनी के बाद दिसंबर माह तक सब ठीक रहा। लेकिन पिछले 10 दिनों से मौसम में बदलाव का असर अफीम की फसल पर दिखने लगा है।
खेतों में खड़ी अफीम की फसल में अभी डोडे हरे हैं लेकिन पत्ते पीले पड़ने लगे हैं। फसल की हालत देख किसान चिंतित है। किसानों का कहना है की मौसम की मार से प्रभावित हो रही फसल के कारण अफीम का उत्पादन प्रभावित होगा। किसान औसत व मार्फिंग में राहत देने की मांग भी कर रहे है।
इस वर्ष जिले के करीब 17 हजार किसानों को पट्टे जारी किए। इसमें नियमित एवं सीपीएस दोनों श्रेणियों के पट्टे है। दिसंबर माह तक मौसम ने भी पूरी तरह किसानों का साथ दिया। लेकिन एक जनवरी से ही मौसम बदला-बदला हुआ है।
कोहरे, शीतलहर एवं कड़ाके की ठंड से अफीम की फसल की सेहत भी बिगड़ रही है। करीब 10 दिनों से दोपहर में लगातार धूप नहीं निकली है। इसके कारण भी अफीम फसलो को बीमारियों ने घेरना शुरू कर दिया है। पत्ते पीले पड़ने लगे हैं। अफीम फसल फूल आने की अवस्था में है।
अफीम किसान रामनिवास एवं सज्जनलाल ने बताया की मौसम की मार के कारण अफीम के पत्ते पीले हो गए है। इससे फसल में नुकसान हो रहा है। 10 दिनों से धूप ही नहीं निकली है। शीतलहर भी चल रही है। इसके कारण अफीम उत्पादन प्रभावित होगा। सरकार किसानों की परेशानी को देखते हुए औसत एवं मार्फिन में राहत दे।
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