भोपा। विधानसभा चुनाव में गेमचेंजर रही लाड़ली बहना योजना में लाभार्थियों की संख्या घटने पर भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। बुधवार को एक करोड़ 29 लाख लाड़ली बहनों के खातों में 1,576.61 करोड़ रुपये अंतरित करते हुए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कांग्रेस पर योजना को लेकर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। जबकि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि योजना में छंटनी की जा रही है।
इस योजना को धीरे-धीरे कर बंद करने की मंशा है। इस पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि जनता को भ्रमित करना कांग्रेस की आदत बन गई है। लाडली बहनें भाजपा सरकार की प्राथमिकता रही हैं और जब सरकार उनके आर्थिक सशक्तीकरण के लिए प्रयास कर रही है, तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने आरोप लगाया कि सितंबर में जब शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे तब लाड़ली बहनों की संख्या 1.31 करोड़ थी। अब मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव बने हैं तो यह संख्या घठकर 1.29 करोड़ कर दी गई। यानी सरकार बनते ही छंटनी शुरू हो गई।
लोकसभा चुनाव के बाद ये कितनी बचेंगी, यह तो मुख्यमंत्री ही तय करेंगे। मुख्यमंत्री बदलते ही लोगों की यह शंका गलत नहीं है कि योजना पर तलवार लटक रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने तथ्य सामने रखते हुए कहा कि सितंबर 2023 तक योजना में शामिल बहनों की संख्या 1.31 करोड़ से अधिक रही है।
जनवरी 2024 में एक लाख, 56 हजार से अधिक बहनों की आयु 60 वर्ष से अधिक हो चुकी है और वे योजना से बाहर हो गईं। वहीं, प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेसी झूठ की फैक्ट्री से फेक प्रोडक्ट निकालने में बहुत तेज हैं।
सितंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच लाड़ली बहनों की संख्या का अंतर एक लाख 75 हजार 347 है। इसमें 18 हजार 136 ने स्वेच्छा से लाभ परित्याग किया तो 154 का निधन हो गया। 804 का खाता समग्र आइडी या आधार से लिंक न होने और एक लाख 56 हजार 253 की आयु एक जनवरी 2024 को 60 वर्ष होने के कारण नाम हट गया।
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