मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना विधायकों की बगावत पर विधानसभा स्पीकर का बड़ा फैसला आ गया। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने साफ कर दिया कि एकनाथ शिंदे गुट ही असली शिवसेना है।
ताजा खबर यह है कि शिवसेना के बाद अब इसी महीने शरद पवार की पार्टी एनसीपी में हुए बगावत पर फैसला आ सकता है। शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने बगावत करते हुए भाजपा+शिवसेना गठबंधन का दामन थाम लिया था। इसके बाद एनसीपी में भी विधायकों की अयोग्यता का केस चल रहा है।
एनसीपी विधायकों की अयोध्या पर फैसला 31 जनवरी को संभव
शिवसेना विवाद की तर्ज पर विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर को एनसीपी विधायकों की अयोग्यता पर भी फैसला करना है। स्पीकर के समक्ष मामले की सुनवाई जारी है।
माना जा रहा है कि 20 जनवरी तक क्रॉस एग्जामिनेशन पूरा कर लिया जाएगा। क्रॉस एग्जामिनेशन को लेकर फाइनल सुनवाई 23 जनवरी को हो सकती है। इसके बाद 25 जनवरी को एक और सुनवाई के बाद 27 जनवरी को अंतिम सुनवाई कर ली जाएगी और 31 जनवरी को फैसला सुना दिया जाएगा।
महाराष्ट्र की राजनीति का लोकसभा चुनावों पर असर
शिवसेना को लेकर स्पीकर का फैसला उद्धव ठाकरे के लिए बड़ा झटका रहा। इसका असर लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा। एकनाथ शिंदे का मजबूत होना विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA के लिए बुरी खबर है। इसी तरह यह अजित पवार गुट के पक्ष में फैसला गया, तो शरद पवार को झटका लगेगा। सीट शेयरिंग पर इसका असर होगा।
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