इंदौर। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है और 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए देश के कोने-कोने से आस्था उमड़ रही है। अभी हाल ही में खबर आई थी कि प्रभु श्री राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से 300 टन सुगंधित चावल भेजे जा रहे हैं। भंडारण का काम संभाल रहे दिवाकर का कहना है कि देश के अलग-अलग हिस्सों से विभिन्न खाद्य सामग्री भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि जोधपुर के 11 बैलगाड़ियां रवाना हुई थी, जिसमें 251 कलश भरकर गाय का घी अयोध्या भेजा गया है। यज्ञ में गौघृत का इस्तेमाल किया जाएगा।
भावुक हो गए चंपत राय
जोधपुर से कलशों में भरकर जब गोघृत अयोध्या पहुंचा तो श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भावुक हो उठे थे। उन्होंने इस दौरान जोधपुर के कारसेवकों के बलिदान को याद किया। इस दौरान उनका गला रुंध गया।
कन्नौज से आलू तो सहारनपुर से भेज रहे दाल
उत्तर प्रदेश का कन्नौज जिला आलू उत्पादन के लिए विख्यात है। यहां का आलू देशभर में भेजा जाता है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के भंडारे के लिए कन्नौज से भी भारी तादाद में आलू अयोध्या भेजा जा रहा है। वहीं सहारनपुर से कई क्विंटल दाल अयोध्या भेजी जा रही है।
खाद्यान्न सामग्री का नहीं कर रहे नाप तौल
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए देशभर से जो भी खाद्यान्न सामग्री आ रही है। उसका माप तौल नहीं किया जा रहा है, क्योंकि इससे दान का महत्व कम हो जाता है। दिवाकर कहते हैं कि गोघृत, सुवासित चावल के अलावा भी कई साग्रमी आ रही है। रामसेवकपुरम में भंडारण की व्यवस्था देखते ही बनती है। मधुर सीताफल और गुड़ तो अयोध्या का ही है। असम से सुगंधित चाय आई है। इसके अलावा दालचीनी, अदरक आदि अन्य मसाले भी ट्रक भर कर आ रहे हैं।
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