लखनऊ। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर आंदोलन के समय कारसेवकों पर गोली चलाने के तत्कालीन सपा सरकार के आदेश का बचाव किया है। मौर्य ने कारसेवकों को अराजक तत्व बताते हुए कहा कि तत्कालीन सरकार ने अमन चैन कायम रखने के लिए गोलियां चलाई थी। तब सरकार ने अपना कर्तव्य निभाया था।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राम मंदिर निर्माण
कासगंज जनपद के गंजडुंडवारा में बौद्ध जन जागरूकता सम्मेलन के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हो रहा है, न कि भाजपा सरकार के आदेश पर। उन्होंने कहा कि भाजपा आने वाले लोकसभा चुनाव में राम मंदिर निर्माण का लाभ उठाना चाहती है।
मुद्दों से भटका रही है भाजपा
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मोदी सरकार चुनावों में जनता को मुद्दों से भटका रही है। मौर्य ने कहा कि लगातार शिक्षा का निजीकरण हो रहा है, बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है, महंगाई बेलगाम हो रही है और डबल इंजन की सरकार राम मंदिर के जरिए लोगों का ध्यान भटका रही है। मौर्य ने कहा कि हमारा संविधान बराबरी की आजादी देता है। समाज से छुआछूत और भेदभाव की भावना खत्म होनी चाहिए।
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