ग्वालियर। इन दिनों बाहर से आने वाली सब्जी महंगी चल रही है। जबकि स्थानीय सब्जी सब सस्ती हैं। इन दिनों भिंडी, तौरई और सहजन की फली इंदौर से आ रही है। इसलिए इनके दाम अधिक हैं। बाकी की सब्जी सब स्थानीय होने से सस्ती है। लेकिन इसमें अदरक बरुआ सागर का है और लहसुन शिवपुरी का है। जबकि लौकी,कद्दू और शिमिला मिर्च इन दिनों राजस्थान से आ रही है। लेकिन दाम केवल इंदौर बरुआ सागर से आने वाले सामान के अधिक है या फिर लहसुन महंगा है।
सब्जी मंडी में सब्जी की आवक बढ़ गई है। जिसको लेकर आलू,प्याज,मटर और टमाटर के दाम जमीन पर आ चुके हैं। धनिया और मिर्ची के दाम भी तीखे नहीं है। थोक व्यापारियों का कहना है कि इस वक्त सब्जी स्थानीय किसान ही लेकर आ रहे हैं। जो सब्जी बाहर से आ रही है केवल वही महंगी है बाकी सभी सब्जियाें के दाम कम हैं। इसलिए इस वक्त घर में मिक्स वेज का लोग ठंड में आनंद ले रहे है।। लेकिन ठंड के मौसम में इस वक्त लहसुन और अदरक के दाम गर्मी दे रहे हैं। लहसुन 190 रुपये किलो है जबकि अदरक 100 रुपये किलो चल रहा है। थोक व्यापारियों का कहना है कि इस वक्त गांव गांव में सब्जी पैदा हाे रही है। इसलिए सब्जी के लेवाल भी कम है। लोग घर पर भी क्यारी लगा लेते हैं जिसमें हल्कि फुल्कि सब्जी उगा भी लेते हैं। इधर गांव गांव में किसान सब्जी पैदाकर मंडी लेकर आ रहे हैं। शिवपुरी के टमाटर की आवक बढ़ चुकी है, आलू ,मटर,धनिया,बैंगन,गाजर आदि सब स्थानीय स्तर पर आ रहा है। इसलिए इनके दाम कम हैं। जनवरी माह के बाद जब सब्जी की आवक कम होने लगेगी और ग्राहकी बढ़ेगी तो फिर दाम भी बढ़ने लगेंगे।
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