छह माह के बच्चे को गोद में लेकर महिला अधिकारी ने निभाई ड्यूटी

खंडवा ।अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू की है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें महिला अधिकारी, कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जा रही है। महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर ठंड में भी अपनी ड्यूटी निभा रही हैं। इसी तरह का नजारा पंधाना ब्लाक की ग्राम बलवाड़ा, जिरवन ग्राम पंचायतों में लगे शिविर में भी देखने काे मिला। यहां शिविर में ग्रामीण कृषि अधिकारी राधा चौहान की ड्यूटी भी लगाई गई थी।

छह माह के बच्चे को लेकर सुबह ड्यूटी पर पहुंची

चौहान अपने छह माह के बच्चे को लेकर सुबह ड्यूटी समय पर अपने काम पहुंची। उन्होंने बच्चे को साथ में रखते हुए दिनभर में शिविर में हेल्थ कार्ड बांटे और नैनो यूरिया के लाभ, जैविक खेती के फायदे सहित कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी किसानों को दी। चौहान ने कहा कि मेरे पति भी रोजगार सहायक हैं। बच्चा छह माह का है और अभी दुधमुंहा है इसलिए उसे साथ में रखना और ड्यूटी दोनों ही जरूरी है।चौहान ने कहा मेरे और पति की ड्यूटी एक ही स्थान पर होने से हम अपने चार वर्षीय को भी साथ में लेकर आए थे।

प्रत्येक व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना उद्देश्य

पंधाना ब्लाक की ग्राम बलवाड़ा, जिरवन ग्राम पंचायतों में विकसित भारत संकल्प यात्रा के मुख्य अतिथि के रुप में पर्यटन निगम मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर शामिल हुए। उन्होंने कहा अब तक यह यात्रा 2.25 लाख गांवों तक पहुंच चुकी है। यह अपने आप में एक रिकार्ड है। उन्होंने इसे सफल बनाने के लिए सभी को, विशेषकर महिलाओं और युवाओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का उद्देश्य उस व्यक्ति तक पहुंचना है, जो किसी कारणवश भारत सरकार की योजनाओं से वंचित रह गया है।

उन्होंने कहा लोगों तक इस सक्रिय पहुंच का उद्देश्य उन्हें यह आश्वस्त करना है कि सरकारी योजनाएं बिना किसी पक्षपात या भेदभाव के सभी के लिए उपलब्ध हैं। मोदीजी के केंद्र एंव प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजना ओं के माध्यम अंतिम पंक्ति का व्यक्ति सुद्रढ़ समृद्ध होकर देश के विकास में सहभागी बने।

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