कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अग्नि वीर योजना को लेकर सरकार पर हमला करते हुए शनिवार को कहा कि पहले सेना की प्रतिबद्धता अपने सैनिक के साथ जीवन भर रहती थी लेकिन अग्निवीर योजना के माध्यम से सरकार ने सेना की इस प्रतिबद्धता पर हमला कर उसे तोड़ा है।
गांधी ने बिहार के चंपारण से यहां पहुंचे सेना में अग्निवीर योजना लागू होने के कारण पुरानी पद्धति से भर्ती होने के बावजूद नौकरी नहीं मिलने से निराश युवको के साथ बातचीत के दौरान कहा कि पहले जब जवान सेवा में भर्ती होता था तो सेना हमेशा उसकी मदद करती थी और शहीद होने पर अतिरिक्त मदद की जाती थी। जब तक वह और उसका परिवार है सेना उसके साथ होती थी लेकिन अग्नि वीर योजना ने सेना की इस प्रतिबद्धता को खत्म किया है और इसके लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा, ‘अग्निवीर का योगदान: बेरोज़गारी, निराशा, अपमान है। अग्निवीर योजना की आड़ में 2019-21 तक चलने वाली सेना की ‘स्थायी भर्ती’ को रद्द कर सरकार ने अनगिनत मेहनती एवं होनहार युवाओं की लगन और सपनों पर पानी फेर दिया।’ गांधी ने कहा, ‘ये नौजवान चंपारण से अपना संघर्ष बयान करने पदयात्रा कर के आए हैं। ऐसे कई युवाओं को सारी प्रक्रिया पूरी होने पर नियुक्ति के झूठे आश्वासन दिए गए और अंत में अग्निपथ का झांसा दे कर अपने हाल पर छोड़ दिया गया। आज इन युवाओं के पास बेरोज़गारी, निराशा और अपमान छोड़ कर कुछ नहीं बचा है – इनके पास सेना के अलावा कोई प्लान बी नहीं है।’
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