नई दिल्ली। कतर अदालत ने आठ भारतीय पूर्व नौसेना अधिकारियों की मौत की सजा को कम कर दिया है। इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि सजाएं कम कर दी गई हैं, लेकिन जब तक विस्तृत फैसला हम नहीं देख लेते। मेरे पास बताने के लिए अतिरिक्त जानकारी नहीं है।
विस्तृत आदेश की कॉपी का इंतजार
उन्होंने कहा, ‘कतर के मामले पर मैं टिप्पणी नहीं करता चाहूंगा, क्योंकि विस्तृत आदेश की कॉपी नहीं आई है। यह संवेदनशील मामला है।’ बागची ने कहा कि भारतीयों और उनके परिवार के सदस्यों के हित हमारी सबसे बड़ी चिंता है। हम कानूनी टीम और परिवार के सदस्यों के साथ चर्चा करेंगे।
हाफिज सईद के प्रत्यर्पण पर भारत का रूख
26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को सौंपने के लिए पाकिस्तान के प्रत्यर्पण अनुरोध पर बागची ने कहा कि सईद भारत में कई मामलों में आरोपी है। वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी है। उन्होंने कहा, ‘आतंकी के प्रत्यर्पण के लिए पाकिस्तान को अनुरोध भेजा है।’ 26 दिसंबर को दिल्ली में इजरायल दूतावास के पास हुए विस्फोट पर बागची ने कहा कि संबंधित एजेंसियां मामले को देख रही हैं। उन्हें जांच पूरी करने दीजिए।
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