नए साल से पहले सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने वालों को सौगात दी है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को हुई बैठक में सुकन्या जैसी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज बढ़ा दिया है। करीब डेढ़ साल बाद इन योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव किया गया है। इस बार 20 आधार अंक यानी 0.20 फीसदी ब्याज बढ़ी । इस योजना के लिए वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए ब्याज दर बढ़ाकर 8.2 प्रतिशत कर दिया है। इस योजना पर पहले निवेशकों को 8 फीसदी ब्याज दिया जाता था। हालांकि सरकार ने दूसरी योजनाओं की ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी नहीं की है।
नई ब्याज दर चालू वित्तवर्ष की आखिरी तिमाही के लिए ही लागू की जाएगी
वित्त मंत्रालय ने बैठक के बाद बताया कि जनवरी-मार्च, 2024 तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 0.20 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। 29 दिसंबर को मंत्रालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि 3 साल की टाइम डिपॉजिट यानी पोस्ट ऑफिस एफडी पर ब्याज दरों में 10 आधार अंक की बढ़ोतरी की गई है। अब इस पर 7 फीसदी की जगह 8 फीसदी ब्याज मिलेगा। नई ब्याज दर चालू वित्तवर्ष की आखिरी तिमाही के लिए ही लागू की जाएगी।
सरकार ने लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों का किया एलान
वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए सरकार ने लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों का एलान कर दिया है। सुकन्या समृद्धि योजना को छोड़कर किसी भी योजना की ब्याज दरें नहीं बढ़ाई गई हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के लिए जनवरी से मार्च तिमाही के दौरान ब्याज दर बढ़ाकर 8.2 प्रतिशत कर दिया गया है।
दूसरी बार बढ़ी ब्याज दरें
इस वित्त वर्ष में यह दूसरी बार है जब सरकार ने इस योजना के लिए ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की है। इससे पहले पहली तिमाही के दौरान सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर 7.6 प्रतिशत से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दिया था। इस तरह देखा जाए तो मौजूदा वित्त वर्ष में बेटियों के लिए चलाई इस स्कीम की ब्याज दरों में सरकार ने .6 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है।
अन्य योजनाओं पर क्या असर
केंद्र सरकार ने अन्य छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। मसलन, पीपीएफ, एनएससी जैसी योजनाओं पर कोई बदलाव नहीं किया गया है। इन सभी योजनाओं पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के समान ही ब्याज दिया जाएगा। लिहाजा इन योजनाओं में निवेश करने वालों के लिए नया साल भी पुरानी ब्याज दरें ही लेकर आएगा।
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