पिछले कुछ वर्षों में भू-राजनीतिक गड़बड़ी और कोरोना के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। इस ने हाल ही में हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज के मूल्य के करीब 4 ट्रिलियन डॉलर के मूल्यांकन के निशान को पार कर लिया है। अब भारत दुनिया भर में शेयर बाजार की महाशक्तियों की श्रेणी में शामिल हो गया है। पहले इसमें केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और जापान शामिल था।
इस साल भारतीय शेयर बाज़ार में लगभग 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिससे कुल बाज़ार मूल्यांकन $4.16 ट्रिलियन को पार कर गया है। इस बीच हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक इस साल लगभग 19% गिर गया है, जिसके जल्द ही भारत से पीछे होने की संभावना है।
भारत के दो शेयर बाज़ार एक्सचेंजों – निफ्टी और सेंसेक्स – ने इस साल नई ऊँचाइयों को छुआ है। निफ्टी इस साल 18.5 प्रतिशत और बेंचमार्क सेंसेक्स 2023 में 17.3 प्रतिशत बढ़ा है।
अर्न्स्ट एंड यंग की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि भारतीय शेयर बाजार में पहले नौ महीनों में 150 से अधिक नई कंपनियों की लिस्टिंग हुई, जबकि हांगकांग में सिर्फ 42 थीं। बुधवार को सेंसेक्स ने भी नई ऊंचाई हासिल की और पहली बार 72,000 अंक के आंकड़े को पार किया।
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