जबलपुर। जबलपुर के वेयरहाउस संचालकों द्वारा बिना परमिशन के धान खरीदी कर गोदाम में रखने का मामला भोपाल पहुंच गया है। वेयरहाउस में हुए इस भ्रष्टाचार की जांच करने खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण के डायरेक्टर दीपक सक्सेना ने इस मामले में जांच के आदेश देते हुए 20 सदस्यों की टीम बनाई है, जिसमें प्रदेशभर के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है।टीम के कई अधिकारी रविवार सुबह जबलपुर पहुंचे और जांच शुरू कर दी।
संचालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो सकती है
अधिकारियों ने पाटन, शहपुरा, सिहाेरा और पनागर तहसील में आने वाले वेयरहाउस में जाकर भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान बिना परमिशन धान खरीदी और डम्प करने वाले वेयरहाउस में कई हजार क्विंटल धान की बोरिया मिली। दरअसल नईदुनिया ने इस मामले में वेयरहाउस में चल रही गड़बड़ी और अनाधिकृत तौर पर डम्प की गई धान से जुड़ी खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसके बाद डायरेक्टर ने इन खबरों को संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। बिना परमिशन के खरीदी करने और धान डम्प करने पर वेयरहाउस के संचालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो सकती है।
टीम आने की लगी खबर, रातभर बोरिया की बाहर
भोपाल से जांच टीम आने की खबर विभाग के जिम्मेदारों ने वेयरहाउस संचालकों को शनिवार रात में ही दे दी, जिसके बाद आनन-फानन में मजूदरों की मदद से कई वेयरहाउस गोदाम से धान के बोर बाहर किए गए, ताकि किसी तरह से बचा जा सके। इधर जांच टीम की जानकारी लगते ही प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी भी एक्शन मोड़ में आ गए और रविवार को बैठक के दौर चला। इधर एसडीएम, तहसीलदार भी जेएसओ और जिम्मेदार अधिकारियों के साथ जांच करने वेयरहाउस पहुंचे। एसडीएम सिहाेरा, एसडीएस पाटन, एसडीएम शहपुरा ने भी अपने स्तर पर सीमा में आने वाले वेयरहाउस की जांच कराई। गौरतलब है कि इन अधिकारियों ने तीन दिन पहले भी टीम बनाई थी, जिसकी रिपोर्ट सामने नहीं आई। अब जब भोपाल से कार्रवाई के आदेश मिले तो जिम्मेदारी भी जांच में जुट गए हैं।
45 नाम भेजे, नहीं दी स्वीकृति
कलेक्ट्रेट में रात भर धान उपार्जन के अधिकारियों ने वेयरहाउस संचालकों के साथ बैठक की। नए उपार्जन केंद्र बनाने के लिए लगभग 45 नामों की लिस्ट बनाई गई। इनमें बिना परमिशन धान खरीदने वालों के नाम भी जोड़े गए, ताकि किसी तरह उन्हें परमिशन मिल जाए, लेकिन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण के डायरेक्टर दीपक सक्सेना यह लिस्ट एप्रुव करने की बजाए, इन वेयरहाउस की जांच करने कमेटी बना दी। भोपाल लिस्ट लेकर गए अधिकारी, वेयरहाउस संचालकों के साथ तत्काल लौटे ताकि किसी तरह वेयरहाउस में रखी धान को बाहर कर रहें। इस दौरान कई वेयरहाउस में रात के वक्त धान बाहर करते हुए फोटोग्राफ और वीडियो भी बनाया गया है, जो जल्द ही जांच टीम को सौंपा जाएगा।
राजनेताओं के नाम लेकर दलाल सक्रिय
वेयरहाउस की जांच करने पहुंचे अधिकारियों से जांच रिपोर्ट वेयरहाउस संचालक के पक्ष में बनवाने के लिए कई दलाल सक्रिय हो गए हैं। इन दलालों ने वेयरहाउस संचालक से लेकर धान उपार्जन केंद्र से जुड़े प्रभारियों से संपर्क कर लिया है। यहां तक की कई जिम्मेदार भी इन दलालों को काम दिलवाने में मदद कर रहे हैं। हालात यह है कि रविवार को दिनभर यह दलाल वेयरहाउस संचालक से लेकर किसानों को मैनेजर करने में जुटे रहे। वहीं टीम में शामिल 20 अधिकारियों से उनके मोबाइल पर संपर्क कर उन्हें अपने पुराने व्यवहार और राजनेताओं के नाम बताकर मैनेजर करने में जुट गए । इधर सोमवार को भी अन्य वेयरहाउस की जांच होनी है, इनमें आरती, सोहम एग्रो, खुश्बू, श्रीराम, बालाजी में भी जांच होनी है।
तत्काल रुकवाई तुलाई, बनाया पंचनामा
सिहोरा वेयरहाउस की मैपिंग हुए बिना ही किसानों की धान उतरवा कर तौल करवाने वाले पौड़ी कला गांव के राधे-राधे वेयरहाउस में शनिवार को खाद्य विभाग की टीम पहुंची। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ने मौके पर हो रही धान की तौल को तत्काल बंद कराया। साथ ही जितनी धान की तौल कर ली गई थी, उसकी मौके पर पंचनामा तैयार करने के साथ संबंधित कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। मौके पर मौजूद किसानों के नाम और किसान कोड का उल्लेख पंचनामे में किया। साथ किसानों को समझाइश दी की अधिकृत केंद्र में ही अपनी उपज स्लॉट बुक करने के बाद लेकर आएं। किसान खरीदी बंद होने से भड़क गए। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें भ्रमित कर उनकी धान तो गिरवा ली, अब अपनी उपज लेकर आखिर कहां जाएं।
बिना परमिशन इन्होंने रखी इतनी धान
- राधे-राधे वेयरहाउस- 20 हजार क्विंटल धान
- सिद्वमहाराज वेयरहाउस-5 हजार क्विंटल धान
- ओमसांई वेयरहाउस- 6 हजार 700 क्विंटल धान
- मां रेवा वेयरहाउस- 15 हजार क्विंटल धान
- योगमाया वेयरहाउस- 20 हजार िक्वंटल धान
- माताश्री वेयरहाउस- 4 हजार क्विंटल धान
- सिद्धांत वेयरहाउस- 3 हजार 500 क्विंटल धान
- अभिराज वेयरहाउस- 15 हजार क्विंटल धान
भोपाल से जांच टीम जबलपुर आई हैं, जो जिले के वेयरहाउस की जांच कर रही हैं। वहीं प्रशासन की ओर से सभी एसडीएम को भी जांच के निर्देश दिए गए हैं। वे भी मौके पर जाकर जांच कर रहे हैं। जो भी गड़बड़ी करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
मिशा सिंह, एडीएम, जबलपुर।
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