गुजरात के सरकारी स्कूलों में बच्चों को भगवद् गीता पढ़ाई जाएगी। कक्षा 6वीं से 8वीं के स्कूली बच्चों को भगवद् गीता का सार पढ़ाने का निर्णय लिया है। गुजरात के शिक्षा मंत्री कुबेर डिंडोर ने इसका पाठ्यक्रम भी जारी कर दिया है। शुरूआत में सरकारी स्कूलों में भगवद् गीता का सिलेबस लागू होगा, बाद में प्राइवेट स्कूलों में भी लागू किया जाएगा। अगले साल से कक्षा 9वीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए भी इसे अमल लाया जाएगा।
शिक्षा मंत्री कुबेर डिंडोर ने कहा कि बच्चे स्कूली जीवन से ही भगवद् गीता का पाठ पढ़ेंगे, जिससे इन्हें जीवन जीने का नया तरीका सीखने का मौका मिलेगा। भगवद् गीता सिर्फ एक धर्म का नहीं पर सभी धर्मों का सार है। यह जीवन जीने की एक कला है और 700 श्लोकों का सार बच्चे पढ़ेंगे। निराशा मे आशा का संचार करने वाली सोच बच्चों को लाभ देंगी।
बता दें कि, गुजरात सरकार ने पिछले साल घोषणा की थी कि नए सत्र से छात्रों को भगवद् गीता पढ़ाई जाएगा लेकिन पाठ्यक्रम तय करने में देरी होने के चलते अब दूसरे सत्र से स्कूल में लागू किया जा रहा है।
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