सिवनी। पेंच टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी के साथ नये साल का स्वागत करने पर्यटकों के बड़ी संख्या में पहुंचने का सिलसिला निरंतर जारी है। सफारी के दौरान पर्यटकों को रोमांचित करने वाले नजारे भी देखने को मिल रहे हैं। कोर एरिया के साथ बफर क्षेत्र में भी सफारी के दौरान पर्यटकों को वन्यजीव करीब से देखने को मिल रहे हैं।
22 दिसंबर शुक्रवार को तेलिया गेट से खवासा बफर की सफारी के दौरान बाघ और बाघिन को एक साथ देखकर पर्यटक रोमांचित हो गए। वन अधिकारियों के मुताबिक इतने करीब से बाघ-बाघिन को एक साथ देख पाना काफी दुर्लभ और मुश्किल होता है।
जानकारी के अनुसार सफारी में गए 10 जिप्सी वाहनों में सवार लगभग 50 से ज्यादा पर्यटकों को कच्ची सड़क के पास बाघ और बाघिन करीब एक घंटे तक दिखाई दिए।
हालांकि जिप्सी चालकाें ने बाघ-बाघिन और पर्यटकों के बीच निश्चित दूरी बनाई रखी। पर्यटकों और जिप्सी चालकों ने अपने मोबाइल पर बाघ जोड़े के वीडियो व फोटो कैद कर लिया, जो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है।
बफर में दिख रहे खूबसूरत नज़ारे
जानकारों के मुताबिक खवासा बफर क्षेत्र में फार मार्क नर बाघ व कोर क्षेत्र की बिन्दु बाघिन एक साथ देखकर पर्यटक रोमांचित हो गए। मेटिंग सीजन होने के कारण बाघ और बाघिन सहवास के लिए एकत्रित होते हैं। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह पेंच के रूखड़ बफर में बाघिन के साथ अठखेलियां करते दो नन्हें बाघ शावक दिखाई दिए थे। जिनकी तस्वीर पार्क प्रबंधन ने जारी की थी।
मांद से मां के साथ बाहर निकले करीब चार माह उम्र के शावक जंगल में चहल कदमी और अठखेलियां करते दिखाई दिए थे। जन्म के बाद शावकों को बाघिन तीन-चार माह तक मांद (गुफा) में छिपाकर रखती है। दिसंबर के अंतिम पखवाड़े में पेंच जंगल की सफारी करने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है।
पेंच टाइगर रिजर्व में कोर एरिया के गेट एडवांस बुकिंग के कारण फुल हो चुका है। बिना एडवांस बुकिंग के जंगल पहुंचने वाले पर्यटकों को बफर की सैर के दौरान भी काला तेंदुआ, बाघ और दूसरे वन्यप्राणी आसानी से देखने को मिल रहे हैं। इससे पर्यटकों में खासा उत्साह है।
नये साल में 8 से 10 जनवरी तक पेंच टाइगर रिजर्व में राज्य स्तरीय मोगली बाल उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें पूरे मध्यप्रदेश से चयनित 400 से ज्यादा विद्यार्थी और मार्गदर्शी शिक्षक शामिल होंगे।
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