मजदूरी करने वाले ने 12 लाख का कर्ज लेकर विधायकी जीती, अब सूट-बूट में पहुंचे सदन…अंग्रेजी में ली शपथ

भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा का चार दिवसीय शीतकालीन सत्र आज से शुरु हो गया है। सदन की कार्रवाई के पहले दिन विधायकों ने शपथ ग्रहण की। इस समय एक बेहद दिलचस्प बात देखने को मिली। जहां बीजेपी के तीन विधायकों ने संस्कृत में शपथ लेकर हिंदू धर्म के प्रति अपनी आस्था का परिचय दिया। वहीं भारत आदिवासी पार्टी के एकमात्र विधायक कमलेश्वर डोडियार ने अंग्रेजी में शपथ लेकर सबको चौंका दिया। सूट बूट में बेहद गरीब परिवार के विधायक ने अंग्रेजी में शपथ ग्रहण कर शिक्षा के प्रति अपनी सजगता का परिचय देने की कोशिश की है।

मजदूरी करके करते हैं गुजर बसर

विधायक कमलेश्वर डोडियार ने JNU से पढ़ाई की है। वो बेहद गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। उनके परिवार का गुजर बसर मजदूरी करके चलता है। खुद भी मजदूरी करते थे। कमलेश्वर ने 2006 में 11वीं की परीक्षा के बाद पहली बार मज़दूरी की थी। उस समय वो राजस्थान के कोटा में अपनी मां के साथ मज़दूरी करने गए थे। उन्होंने तब करीब 3 महीने तक मज़दूरी की थी। इसके बाद उन्होंने रतलाम के एक होटल में वेटर का भी काम किया। उनके घर के आर्थिक हालात खराब है। वे अपने परिवार के साथ टीन की चादर वाले घर में रहते हैं।

12 लाख का कर्ज लेकर लड़ा चुनाव

डोडियार ने 12 लाख का कर्ज लेकर चुनाव लड़ा था। उन्होंने कांग्रेस के विधायक हर्ष विजय गेहलोत को 4 हजार 618 वोटों से हराया। चुनाव नतीजों के दौरान भी कमलेश्वर की माता जी मजदूरी पर गई थी। हालांकि जीत हासिल करने के बाद कमलेश्वर ने अपनी मां को मजदूरी करने से मना कर दिया है।

वहीं जब भोपाल जाने के लिए भी उन्हें कार नहीं मिल पाई थी तो वे बाइक पर ही निकल पड़े थे। उस समय उनका बाइक पर जाने का वीडियो खूब वायरल हुआ था। विधानसभा पहुंच कर वो सबसे पहले उसके गेट पर नतमस्तक हुए थे। इसके बाद उन्होंने विधानसभा में निर्वाचन से जुड़ी प्रकिया को पूरा की थी।

रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट से भारत आदिवासी पार्टी(बाप) के कमलेश्वर डोडियार मध्य प्रदेश के इकलौते विजेता विधायक हैं जिन्होंने विधानसभा चुनाव-2023 में जीत हासिल की है। मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस के बीच भारत आदिवासी पार्टी (बाप) के विधायक कमलेश्वर डोडियार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की थी।

उन्होंने तत्कालिन सीएम से मंत्री बनने की इच्छा जाहिर की थी। कमलेश्वर ने शिवराज से बोला था कि मैं पढ़ा लिखा हूं। आदिवासी परिवार से हूं। गरीबी देखी है। उन्होंने उनसे जनजातीय, वन, पंचायत या सिंचाई विभाग की जिम्मेदारी देने की मांग की थी। हालांकि अब सीएम के रुप में मध्य प्रदेश में मोहन यादव है और ये देखने वाली बात होगी कि कमलेश्वर डोडियार को कैबिनेट में जगह मिलती है या नहीं।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.