भारत ने ओमान में प्राचीन समुद्री यात्रा फिर से शुरू करने का रखा प्रस्ताव, दोनों देशों के प्राचीन और ऐतिहासिक संबंधों को करेगी उजागर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक ने दोनों देशों के बीच प्राचीन व्यापार मार्गों को पुनर्जीवित करते हुए एक ऐतिहासिक समुद्री यात्रा को फिर से बनाने के महत्वाकांक्षी प्रस्ताव का खुलासा किया है। नेताओं ने समुद्री व्यापार के समृद्ध इतिहास को स्नेहपूर्वक याद किया, जिसने सदियों से वस्तुओं और विचारों के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाया।

संयुक्त बयान में दोनों नेताओं ने कहा कि जहाज को 2025-26 में किसी समय गुजरात के मांडवी बंदरगाह से मस्कट तक रवाना करने की अस्थायी योजना है, जिसके बाद अन्य क्षेत्रों की यात्राएं की जाएंगी। पीएम मोदी और ओमान के सुल्तान ने विश्वास व्यक्त किया कि यह समुद्री यात्रा भारत और ओमान के बीच प्राचीन और ऐतिहासिक संबंधों को उजागर करेगी, जिससे दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और लोगों से लोगों के संबंधों की नींव मजबूत होगी।

बता दें भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पर ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक ने 16 दिसंबर 2023 को भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा की। राष्ट्रपति के प्रांगण में सुल्तान हैथम बिन तारिक का औपचारिक स्वागत किया गया। भवन नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओमान सुल्तान के सम्मान में भोज का आयोजन किया। यह यात्रा विशेष महत्व रखती है क्योंकि यह 1997 में दिवंगत सुल्तान काबूस की यात्रा के बाद 25 वर्षों में ओमान के सुल्तान की पहली भारत यात्रा है। महामहिम की यात्रा भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के बाद हो रही है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.