इंदौर। फ्लोटिंग शेल्फ की मदद से कम स्पेस में भी हम सामान रख लेते हैं। यह घर की सजावट में भी योगदान देता है। वास्तु के नियमों के हिसाब से फ्लोटिंग शेल्फ बनवाने से घर में सकारात्मक माहौल बनता है। इस लेख में वास्तुशास्त्री डॉ. आनंद भारद्वाज ने विस्तार से वास्तु के हिसाब से फ्लोटिंग शेल्फ को कैसे लगाएं।
सही दिशा में हो फ्लोटिंग शेल्फ
घर में फ्लोटिंग शेल्फ बनवाते समय सही दिशा का ध्यान रखें। फ्लोटिंग को कहीं भी नहीं बनवा देना चाहिए। यह आपके घर में नकारात्मकता का कारण बन सकता है। ऐसे में वास्तु के हिसाब से पश्चिम या दक्षिण दिशा में इसको बनवाना चाहिए।
इस बात का रखें ध्यान
पूर्व या उत्तर में आपके यहां फ्लोटिंग शेल्फ रखी हुई है तो यह ध्यान रखें कि इस पर किसी भी तरह की भारी-भरकम चीजें न रखें। फिर चाहे वह किताब या फिर कोई शोफीस ही क्यों न हो। भारी भरकम सामान दक्षिण या पश्चिम दिसा में रखी फ्लोटिंग शेल्फ में रख सकते हैं। इस पर एक्वेरियम या फाउंटेन या फिर कछुए को नहीं रखना चाहिए।
लाइट हो कलर
फ्लोटिंग शेल्फ का कलर लाइट ही होना चाहिए। डार्क कलर को फ्लोटिंग शेल्फ में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसका कलर आप व्हाइट, ऑफ व्हाइट या क्रीम कलर भी करवा सकते हैं। ब्लैक कलर को करवाने से बचना चाहिए।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
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