ग्वालियर। शहर में पूरे एक सप्ताह उत्सव सा माहौल रहेगा। विश्व संगीत समागम अखिल भारतीय तानसेन समारोह की शुरुआत 24 दिसंबर से होगी। 28 दिसंबर तक चनने वाले इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में देश-विदेश से आए संगीतप्रेमी सुर लहरियों के साथ शहर एवं आसपास का पर्यटन भी देख सकेंगे। इसके लिए पर्यटन विकास निगम ने आइटनरी तैयार की है। संस्कृति मंत्रालय ने रविवार को तानसेन समारोह का कैलेंडर जारी किया, जिसमें 24 दिसंबर से 28 दिसंबर तक होने वाली 9 सभाओं में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों के नाम जारी किए। इसके पूर्व 22 दिसंबर को शहर के 15 स्थानों पर होने वाली संगीत सभाओं के कलाकारों के नाम जारी किए।
बटेश्वर में भी सजेगी सभा, 27 दिसंबर को होगा आयोजन
तानसेन समारोह के दौरान ही 27 दिसंबर को बटेश्वर में भी सभा होगी। इसमें मुरैना की एकता जैन का गायन, इंदौर के आचार्य दिव्येश गोस्वामी का पखावज व दिल्ली के पं राजेन्द्र प्रसन्न का बांसुरी वादन होगा। मुख्य स्थल की हर सभा का शुभारंभ ग्वालियर के महाविद्यालय के शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं के ध्रुपद गायन से होगा। इसके बाद देश के प्रख्यात वरिष्ठ कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। सभाओं में विश्व संगीत के साथ पद्मश्री कलाकारों को भी आमंत्रित किया गया है। समारोह के अंतिम दिन 28 दिसंबर को सुबह की सभा बेहट में और शाम की सभा गूजरी महल में होगी। सुबह की सभा का समय सुबह 10 बजे से और शाम की सभा का समय शाम 6 बजे से होगी।
हरिकथा और मीलाद से होगा आगाज
तानसेन समारोह से पूर्व 23 दिसंबर को शाम 7 बजे इंटक मैदान में गमक होगा। इसमें मुंबई की सूफी गायिका रिचा शर्मा परफार्म करेंगी। 24 दिसंबर को सुबह 10 बजे से हरिकथा और मीलाद के साथ तानसेन समारोह का शुभारंभ होगा। शाम की सभा में तानसेन सम्मान से पं गणपि भट्ट हासणगि को सम्मानित किया जाएगा। वहीं राजा मानसिंह तोमर सम्मान मालव लोक कला केन्द्र उज्जैन को दिए जाएंगे। ये दोनों ही पुरस्कार 2022 के हैं।
ताल दरबार में 1500 तबला वादक देंगे सामूहिक प्रस्तुति
26 दिसंबर को किला स्थित कर्ण महल के समीप च्ताल दरबारज् कार्यक्रम होगा। इसमें 1500 तबला वादक सामूहिक प्रस्तुति देंगे। इसमें छात्र, नवोदित कलाकार, वरिष्ठ कलाकार, रिसर्चर प्रस्तुति देंगे। वादी संवादी कार्यक्रम में पुणे व इंदौर के वक्ता देंगे व्याख्यान: राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में 26 दिसंबर को दोपहर 3 बजे से वादी संवादी कार्यक्रम होगा। इसमें पुणे से पं रघुनंदन पणशीकर गान सरस्वती किशोरी अमानकर का योगदान और जयपुर घराना पर व्याख्यान देंगे। इसी प्रकार 27 दिसंबर को दोपहर 3 बजे से भोपाल के विनय उपाध्याय एवं डा स्नेहा कामरा राम कथा: संगीत के प्रमुख रागों के आत्मपरक विवेचन पर एकाग्र पुस्तक पर सोदाहरण व्याख्यान देंगे। वहीं इंदौर की कल्पना झोकरकर सप्त सूरन के भेद राग संगीत के अलग-अलग प्रकारों पर व्याख्यान देंगे।
समारोह स्थल पर रंग संभावना एवं कार्यशाला का आयोजन
तानसेन समारोह स्थल पर रंग संभावना एवं कार्यशाला का आयोजन 24 दिसंबर से 27 दिसंबर तक होगा। साथ ही कला प्रदर्शनी का आयोजन 22 व 23 दिसंबर को दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक जय विलास पैलेस में होगी।
24 दिसंबर, शाम की सभा
- माधव संगीत महाविद्यालय ध्रुपद गायन
- पंडित गणपति भट्ट, धारवाड़ गायन
- यखलेश बघेल, ग्वालियर ध्रुपद गायन
- पद्मश्री एन राजम एवं संगीत शंकर वाणसी वायलिन जुगलबंदी
- निर्मल्य डे दिल्ली ध्रुपद गायन
25 दिसंबर सुबह की सभा
- राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विवि ध्रुपद गायन
- सुमित आनंद, दिल्ली ध्रुपद गायन
- ईशान घोष, मुंबई तबला
- मधुमिता भट्टाचार्य उपाध्याय, वाराणसी गायन
- फारुख लतीफ खां एवं सरवर हुसैन सारंगी जुगलबंदी
शाम की सभा
- तानसेन संगीत महाविद्यालय ध्रुपद
- गायन विनय रामदासन, पुणे गायन
- आनंद कुमार मलिक, वृंदावन ध्रुपद गायन
- अखिलेश गुंदेचा एवं साथी, भोपाल पखावज वृंद
- भाग्येश मराठे, पुणे गायन
- पद्मश्री पंडित उल्हास कशालकर, पुणे गायन
26 दिसंबर सुबह की सभा
- भारतीय संगीत महाविद्यालय ध्रुपद गायन
- रामिरेज, मैक्सिको बांसुरी विश्व संगीत
- पारुल दीक्षित उपाध्याय, ग्वालियर गायन
- चिंतन उपाध्याय, पुणे ध्रुपद गायन
- अनुपमा भागवत, बैंगलोर सितार
- पद्मिनी राव बैंगलोर गायन
शाम की सभा
- शंकर गंधर्व संगीत महाविद्यालय ध्रुपद गायन
- सुल्तान मसूद, अफगानिस्तान वायलिन
- हेमांगी नेने, हैदराबाद गायन
- अमान अयान अली बंगश, दिल्ली सरोद जुगलबंदी
- पं रघुनंदन पणशीकर, पुणे गायन
- पद्मश्री पं विजय भाटे, जबलपुर तबला
27 दिसंबर सुबह
- साधना संगीत महाविद्यालय ध्रुपद गायन
- मोहम्मद अलनुमा ईराक ऊद विश्व संगीत
- अनिल दंडोतिया, मुरैना गायन
- हिमांशु विश्वरूप, खैरागढ़ वायोलिन
- गीतिका उमड़ेकर, पुणे गायन
- जयदीप घोष, कोलकाता सरोद
शाम की सभा
- ध्रुपद केन्द्र, ग्वालियर ध्रुपद गायन
- लोइक सैनलाविले, फ्रांस गिटार
- समीर भालेराव, झांसी गायन
- पद्मश्री पं सिरकाली, शिवा चिदम्बरम, चेन्नई गायन
- ओंकार दादरकर, कोलकाता गायन
- लक्ष्य मोहन एवं आयुष मोहन, दिल्ली- सितार सराेद जुगलबंदी
28 दिसंबर सुबह की सभा
- बेहट ध्रुपद केंद्र बेहट ध्रुपद गायन
- अनिकेत तारलेकर, ग्वालियर वायोलिन
- सुजल जैन, ग्वालियर गायन
- उदय कुमार मलिक, दिल्ली ध्रुपद गायन
शाम की सभा
- गूजरी महल ध्रुपदर केंद्र, भोपाल ध्रुपद गायन
- सारदा नाद मंदिर ध्रुपद गायन
- अरिशा एरियन, रशिया चेलो
- दीपिका वरदराजन, चेन्नई गायन
- श्रुति अधिकारी एवं साथी, भोपाल पंचनाद
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