ग्वालियर। सुबह सुबह आसमान में कोहरे ने ठंड का अहसास दिलाया। आसमान में धुंध छाने से दृश्यता भी घट कर 1.2 किमी रह गई।दिन में बीच बीच में बादल भी आसमान में दिखाई दिए। रात के तापमान में तो 0.1 डिग्री की कमी आ गई लेकिन दिन का तापमान 0.2 डिग्री बढ़ गया।मौसम वैज्ञानिक हुकुम सिंह का कहना है कि जो पश्चिमी विक्षोभ आया उसका असर कमजोर रहा है। सोमवार से आसमान साफ रहेगा जिससे दिन व रात का तापमान घटेगा। अगले पांच दिन किसी भी तरह का पश्चिमी विक्षोभ के आसार नहीं है इसलिए ठंडक बढ़ेगी। रविवार की सुबह धुंध ने ठंडक का अहसास जरूर दिलाया लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ता गया वैसे वैसे आसमान साफ होता गया। दिन में धूप खिली जिससे ठंड से राहत मिली लेकिन बीच बीच में आसमान में आए बादलों ने धूप को कमजोर करने का प्रयास जरूर किया लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। अधिकतम तापमान रविवार को 25.6 डिग्री दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री दर्ज किया गया। हवा की रफ्तार सामान्य रही जबकि हवा में आद्रता 92 फीसद रही।
बंगाल की खाड़ी में बन रहा हवाओं का चक्रवात
मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में हवाओं का चक्रवात बना । लेकिन बंगाल की खाड़ी से चलने वाले हवाएं अपने साथ नमी लेकर निकली और हिमालय की तराई से होकर निकलते हुए केरल के तटीय क्षेत्र से होते हुए अरब सागर की ओर जा रही हैं। जिसका हल्का फुल्का असर 22 दिसंबर के बाद महसूस होगा। आशंका है कि इससे कुछ स्थानों पर मामूली बारिश हो सकती है। जिसके बाद ठंड बढ़ने की आशंका है। लेकिन 22 दिसंबर से पहले न्यूनतम तापमान तेजी से नीचे जाएगा और दो डिग्री तक घट सकता है। लेकिन 23 दिसंबर को हवाओं का असर बढ़ने से धुंध छा सकती है जिससे न्यूनतम और अधिकतम तापमान बढ़ सकता है।
ठंड से बचने के लिए रखें सावधानी
ठंड का असर रात के समय अधिक महसूस हो रहा है। इसलिए रात के समय बाइक से चलने वाले लोग दस्ताने का उपयोग करें और गर्म कपड़े पहनें और सर्द हवाओं से बचें। एमडी मेडिसिन डा अवधेश तोमर का कहना है कि बुजुर्ग अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें। सुबह शाम सैर पर न निकलें और जल्दी बिस्तर न छोड़ें। क्योंकि इस समय अचानक बिस्तर से बाहर आने पर ठंड हवा की चपेट में आने से बीमार हो सकते हैं। यह बीमारी अति गंभीर भी हो सकती है। इस वक्त हृदयरोगी नियमित दवाओं का सेवन करें।
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