MP कांग्रेस में 30 वर्ष बाद पीढ़ी परिवर्तन, उमंग सिंघार नेता प्रतिपक्ष व जीतू पटवारी बने प्रदेश अध्यक्ष

भोपाल। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्‍व ने आज मध्‍य प्रदेश में बड़ा बदलाव किया है। कमल नाथ को प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष के पद से हटा दिया गया है। उनके स्‍थान पर अब जीतू पटवारी नए अध्‍यक्ष होंगे। जीतू पटवारी को तत्काल प्रभाव से मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उमंग सिंघार को सीएलपी लीडर और हेमंत कटारे को मध्य प्रदेश का उपनेता बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव में मिली पराजय के 12 दिन बाद शनिवार को कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में बड़ा फेरबदल किया है। कमल नाथ और दिग्विजय युग की समाप्ति करते हुए 30 वर्ष बाद पार्टी ने पीढ़ी परिवर्तन को अंजाम दिया है। 77 वर्ष के कमल नाथ को हटाकर कांग्रेस ने 49 साल के जीतू पटवारी को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है और आदिवासी कार्ड खेलते हुए उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष के पद पर बिठाया है।

ये दोनों चेहरे मालवांचल से निकाले गए हैं। ग्वालियर-चंबल को साधने के लिए ब्राह्मण चेहरा हेमंत कटारे को उपनेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कांग्रेस में इस बदलाव को लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के हिसाब से भी देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस पराजय की जिम्मेदारी तय करके कमल नाथ को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाएगी। इस बारे में कमल नाथ ने ट्वीट कर नवनियुक्त नेताओं को शुभकामनाएं तो दीं, लेकिन स्वयं को हटाए जाने पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है।

बता दें कि प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 66 सीटों पर सिमट कर रह गई है। चुनाव में इस तरह की पराजय के बाद दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार की समीक्षा हुई थी।

समीक्षा बैठक में कमल नाथ, रणदीप सिंह सुरजेवाला, दिग्विजय सिंह सहित सभी वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। बैठक के बाद से ही लगातार कयास लगाए जा रहे थे कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन होगा। राहुल के करीबी माने जाते हैं जीतूजीतू पटवारी दो बार के विधायक रहे हैं।

वे पहली बार 2013 में राऊ विधानसभा सीट से 14वीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए थे। 2018 में दूसरी बार विधायक चुने गए। वे वर्तमान में कांग्रेस सचिव और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी हैं। इस विधानसभा चुनाव में राऊ सीट पर चुनाव लड़े जीतू पटवारी को भाजपा प्रत्याशी मधु वर्मा ने हराया है।

जीतू पटवारी राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। कमल नाथ सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे जीतू पटवारी 2018 के चुनाव में मीडिया विभाग के अध्यक्ष और इस विधानसभा चुनाव में कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए थे। पटवारी को तेजतर्रार नेता माना जाता है। वे अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं।

मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं और उनका पूरा प्रदेश घूमा हुआ है। उधर, कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और नेता प्रतिपक्ष रही स्व. जमुना देवी के भतीजे आदिवासी नेता उमंग सिंघार चार बार के विधायक है। 2018 से 2020 तक वे वन मंत्री रहे। धार जिले के गंधवानी विधान सभा क्षेत्र से सिंघार इस बार चौथी बार चुने गए हैं।

कांग्रेस द्वारा विधायक उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाने से साफ हो गया कि दिग्विजय सिंह के काले कारनामे का मुखरता से समय-समय पर पोल खोलने का इनाम उन्हें दिया गया है।

– आशीष अग्रवाल, मीडिया प्रभारी, मप्र भाजपा।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के लिए कमल नाथ फादर फिगर रहे हैं। वे अब तक कांग्रेस के लिए अंब्रेला की तरह थे। उनके नेतृत्व में कांग्रेस सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (अभी तक का कांग्रेस का सर्वाधिक वोट शेयर) रहा है। अब कांग्रेस का स्वाभाविक बिखराव पुन: प्रारंभ होगा। जय राम जी की।

– रजनीश अग्रवाल, प्रदेश मंत्री, मप्र भाजपा।

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