बाघ के शरीर पर जगह-जगह जख्म
बताया जा रहा है की मृत बाघ के शरीर पर पंजे और दांत के गहरे घाव थे। वहीं ढाई-तीन वर्षीय नर बाघ की रीढ़ की हड्डी भी टूटी पाई गई। आशंका जताई जा रही है कि किसी अन्य बाघ के साथ टेरिटोरियल फाइट की वजह से बाघ की जान गई है। इस बारे में मंडल अधीक्षक पुष्पेंद्र सिंह धाकड़ ने बताया कि मृत बाघ के शरीर पर कई जगह दांत और पंजों के घाव मिले हैं। इससे लगता है कि बाघ की मौत आपसी फाइट के चलते हुई है। उल्लेखनीय है की एक साल में बाघों के संघर्ष की यह चौथी घटना है। विशेषज्ञों के अनुसार बाघों के बीच संघर्ष के मुख्य कारण है इनकी संख्या का बढ़ना, जबकि टेरीटोरियल एरिया में कमी हो रही है। इस वजह से बाघों के बीच आपसी संघर्ष की घटनाएं सामने आ रही हैं।
इनका कहना है
बाघ के पेट, गर्दन और पिछले हिस्से पर दांत और पंजों के गहरे घाव मिले हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि दो बाघों के बीच फाइट हुई थी, जिसमें ढाई से तीन वर्ष के नर बाघ की मौत हो गई।
– हेमंत रैकवार, वनमंडल अधिकारी, औबेदुल्लागंज
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