उज्जैन। महाकाल मंदिर परिसर में नवविवस्तारित श्री महाकाल महालोक के प्रवेश द्वार के समीप स्थित त्रिवेणी संग्रहालय में सैलानी दाल, बाटी, लड्डू, चूरमा जैसे ठेठ मालवी भोजन का भी लुत्फ ले सकेंगे। मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा संग्रहालय परिसर में फूड प्लाजा की स्थापना की जा रही है। जल्द ही सुविधा की शुरुआत होगी। इससे पहले परिसर को भव्य रूप प्रदान किया जा रहा है। हाल ही में यहां छोटे-छोटे शिवलिंगों से बना विशाल शिवलिंग स्थापित किया गया है।
मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग द्वारा सिंहस्थ 2016 में रूद्रसागर के समीप त्रिवेणी संग्रहालय की स्थापना की गई थी। वर्तमान में संग्रहालय के पास ही श्री महाकाल महालोक का निर्माण हो चुका है। महालोक में प्रवेश करने के लिए दर्शनार्थी त्रिवेणी संग्रहालय से होकर श्रद्धालु गुजरते हैं।
त्रिवेणी संग्रहालय वस्तुत: शिव, शक्ति व श्रीकृष्ण पर आधारित संग्रहालय है। यहां शिव, शक्ति व भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न मूर्तियां, चित्र आदि सैकड़ों दुर्लभ वस्तुएं मौजूद है। तीन मंजिला संग्रहालय विश्वस्तरीय है। देश-विदेश से महाकाल दर्शन करने आने वाले भक्त संग्रहालय देखने अवश्य जाते हैं।
यहां आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए संस्कृति विभाग फूड प्लाजा शुरू करने जा रहा है। इसमें चाय, काफी, कोलड्रिंग्स, स्नैक्स के साथ मालवा का प्रसिद्ध भोजन भी मिलेगा। नए साल में इसकी शुरुआत हो जाएगी। विभाग नई सुविधा की शुरुआत भव्य परिसर में करना चाहता है, इसके लिए धार्मिक पर्यटन के अनुसार इसकी साज सज्जा की जा रही है।
ढाई हजार छोटे शिवलिंग से बना विशाल शिवलिंग
त्रिवेणी संग्रहालय परिसर में दो दिन पहले धातु से बने एक 21 फीट ऊंचे व 15 फीट चौड़े विशाल शिवलिंग की स्थापना की गई है। भोपाल के कलाकारों ने इसका निर्माण किया है। इस शिवलिंग की खास बात यह है कि यह छोटे -छोटे ढाई हजार शिवलिंगों से बना हुआ है।
प्रत्येक शिवलिंग पर नागदेवता भी बने हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नाड़े (कलेवा) से निर्मित शिवलिंग का अनावरण कर श्री महाकाल महालोक का उदघाटन किया था। यह शिवलिंग उसी परिकल्पना पर आधारित है। संग्रहालय आने वाले भक्तों को रात के समय भी इस शिवलिंग के दर्शन हो सके, इसके लिए इसके आसपास लाइटिंग की जाएगी।
मालवी भोजन का स्वाद चख सकेंगे श्रद्धालु त्रिवेणी संग्रहालय में फूड प्लाजा की शुरुआत की जा रही है। यहां श्रद्धालु मालवी भोजन का स्वाद भी चख सकेंगे। इससे पूर्व परिसर को भव्य रूप प्रदान किया जा रहा है। हाल ही में छोटे-छोटे शिवलिंग से बने विशाल शिवलिंग की स्थापना की गई है। – अशोक मिश्रा, प्रभारी अधिकारी त्रिवेणी संग्रहालय
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