इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के तक्षशिला परिसर में बने सिंथेटिक ट्रैक पर खिलाड़ियों को अभ्यास करने से रोक दिया है। गुरुवार से जिम्मेदारों ने ट्रैक को बंद कर दिया है। परेशान खिलाड़ी इसकी शिकायत लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों से मिलने पहुंचे।
खिलाड़ियों के अनुसार, भर्ती परीक्षा में हिस्सा लेने वाले अभ्यर्थी ट्रैक का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगले महीने अग्निवीर योजना के अंतर्गत चयन प्रक्रिया विश्वविद्यालयों के मैदान में होगी। उधर जिम्मेदारों की मानें तो ट्रैक पर बाहरी लोग आने लगे हैं। उन्हें रोकने के लिए ट्रैक का उपयोग बंद किया गया है।
16 दिसंबर से है एथेलेटिक्स प्रतियोगिता
दरअसल, 16 दिसंबर से तीन दिवसीय अंतरमहाविद्यालयीन एथेलेटिक्स प्रतियोगिता होनी है, जो विश्वविद्यालय में रखी गई है। इसके लिए खिलाड़ी सिंथेटिक ट्रैक पर बीते कुछ दिनों से अभ्यास करने में लगे हैं, मगर गुरुवार को इन्हें मैदान में प्रवेश करने से रोक दिया। पूछने पर कुछ दिन बाद मैदान में जाने की अनुमति देने की बात कही।
बाहरी व्यक्ति नहीं करते सकते ट्रैक का इस्तेमाल
वैसे नियमानुसार सिंथेटिक ट्रैक के लिए जिला व राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को अभ्यास करने के लिए कार्ड जारी होते हैं। फिजिकल एजुकेशन में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को ट्रैक पर जाने की इजाजत है। बाहरी कोई भी व्यक्ति ट्रैक का इस्तेमाल नहीं कर सकता है, लेकिन कुछ दिनों से विभिन्न भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी अभ्यास करने में लगे हैं।
प्रशासन करेगा अधिग्रहण
जनवरी के पहले सप्ताह में अग्निवीर योजना के अंतर्गत चयन प्रक्रिया होगी। इसके लिए प्रशासन एक जनवरी से विश्वविद्यालय के सारे मैदानों का अधिग्रहण करेगा। इनमें फुटबाल, क्रिकेट और हाकी और सिंथेटिक ट्रैक शामिल हैं। कुलपति डा. रेणु जैन ने इसकी अनुमति दे दी है।
जिम्मेदारों ने अनुमति दी
खिलाड़ियों का कहना है कि अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय के कुछ जिम्मेदारों ने अनुमति दी है। ये सारे अभ्यर्थी विभिन्न कोचिंग क्लास में पढ़ते हैं। इन्हें कोचिंग इंस्टीट्यूट ने ट्रैक का इस्तेमाल करने की अनुमति दिलवाई है। ट्रैक पर दौड़ने के लिए विशेष जूते पहनने पड़ते हैं। वैसे इन अभ्यर्थियों के अभ्यास करने से ट्रैक को नुकसान हो सकता है। डायरेक्टोरेट आफ फिजिकल एजुकेशन की प्रभारी डा. सुधीरा चंदेल का कहना है कि बिना अनुमति कई लोग ट्रैक पर आने लगे थे। उन्हें रोकने के लिए कुछ दिनों के लिए ट्रैक बंद किया है।
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